न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: इसे लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान का यूटर्न माना जा सकता है कि उन्होंने बिहार में विधानसभा चुनाव में नहीं लड़ने का मन बनाया है. चिराग पासवान के इस फैसले से न सिर्फ भाजपा, बल्कि पूरे NDA कुनबे को बड़ी राहत मिली है. बता दें कि रामविलास पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बनाकर भाजपा और एनडीए को परेशानी में जरूर डाल दिया था. चिराग पासवान ने रविवार को नालंदा के राजगीर में 'बहुजन भीम संकल्प समागम' में इस बात का खुलासा किया कि वह बिहार से चुनाव नहीं लड़ेंगे. एनडीए की रणनीति के अनुसार ही मैदान में उतरेंगे.
इस सभा में उन्होंने अपनी बातों को और भी स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि वह एनडीए को परेशानी में नहीं, बल्कि विपक्ष को परेशानी में डालने के लिए ऐसा कह रहे थे कि वह विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि चूंकि विपक्ष के नेता उनसे डरते हैं, इसलिए वह ऐसा कह रहे थे. वह राज्य की सभी 243 विधानसभा सीटों पर गठबंधन के साथ खड़े रहेंगे.
आज भले ही चिराग पासवान ने ऐसी बात कही है, लेकिन कुछ दिनों पहले जब उन्होंने ऐसा संकेत दिया था कि वह खुद चुनाव लड़ने वाले हैं तो विशेषकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चिंता बढ़ गई थी.
अब जब चिराग पासवान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह एनडीए के साथ मिल कर चुनाव लड़ने वाले हैं,उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि बिहार ऐसे नेताओं से त्रस्त हो चुकी है. इन न तो राज्य के विकास से मतलब है और न ही ये अपने वादों पर टिके रहते हैं. चिराग ने कहा कि वह ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ विजन पर चुनाव मैदान में उतरेंगे.