अमित दत्ता/न्यूज11 भारत
बुंडू/डेस्कः- पीपीके कॉलेज बुंडू में पद्मश्री डॉ. रामदयाल मुंडा की जयंती सह विश्व आदिवासी दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुभाष चंद्र मुंडा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में कुरमाली विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. भूतनाथ प्रामाणिक, कवि देवेंद्र नाथ महतो तथा कॉलेज की प्राचार्या डॉ. विनीता कुमारी उपस्थित रहीं.
मुख्य अतिथि डॉ. सुभाष चंद्र मुंडा ने कहा कि डॉ. रामदयाल मुंडा महान व्यक्तित्व के धनी थे. उन्होंने झारखंड की सभी भाषाओं को समान महत्व दिया और किसी भी जाति विशेष के साथ भेदभाव नहीं किया. झारखंड में जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषाओं की पढ़ाई की शुरुआत उन्हीं की देन है.
विशिष्ट अतिथि प्रो. भूतनाथ प्रामाणिक ने कहा कि डॉ. रामदयाल मुंडा सांस्कृतिक आंदोलन के पुरोधा थे. उन्होंने झारखंड की भाषा और संस्कृति को नई पहचान दिलाई. वहीं कवि देवेंद्र नाथ महतो ने उनके जीवन पर आधारित गीत प्रस्तुत किए.
प्राचार्या डॉ. विनीता कुमारी ने विद्यार्थियों को डॉ. मुंडा के जीवन से प्रेरणा लेने और प्रकृति संरक्षण की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश दिया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुंडारी विभागाध्यक्ष डॉ. लखींद्र मुंडा ने की तथा संचालन राजीव कुमार और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. सबरन सिंह मुंडा ने किया. इस मौके पर प्रो. सुरेश कुमार गुप्ता, डॉ. तारकेश्वर कुमार, डॉ. बासुदेव महतो, प्रो. कृष्णा सिंह मुंडा, प्रो. महावीर मुंडा, प्रो. अरविंद साहु सहित कई प्राध्यापक और छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे.