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रांची/डेस्क: हमारे स्मार्टफोन, पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और इलेक्ट्रिक वाहन लिथियम बैटरी पर निर्भर करते हैं. लिथियम की मांग लगातार बढ़ रही है, जिसके कारण इसका खनन भी बढ़ रहा है. कई देश इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे लिथियम का उपयोग अब केवल मोबाइल फोन की बैटरी तक सीमित नहीं रहा. हालांकि, न्यू जर्सी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के शोधकर्ताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से लिथियम के विकल्प खोज निकाले हैं, जो बैटरी तकनीक में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं. यह खोज एआई की क्षमता को दर्शाती है, जिसे पहले किसी ने नहीं सोचा था.
शोधकर्ताओं ने एक नई प्रकार की बैटरी का विकास किया है, जो लिथियम के स्थान पर मैग्नीशियम, कैल्शियम, एल्यूमिनियम और जिंक जैसे तत्वों का उपयोग कर सकती हैं. ये तत्व न केवल सस्ते हैं, बल्कि प्रचुर मात्रा में भी उपलब्ध हैं. इन बैटरियों में लिथियम की तुलना में अधिक ऊर्जा संग्रहित करने की क्षमता है, क्योंकि लिथियम में केवल एक सकारात्मक चार्ज होता है, जबकि ये मल्टीवैलेंट धातुएं दो या तीन चार्ज ले जाने में सक्षम हैं. सरल शब्दों में, ये बैटरियां अधिक ऊर्जा को संचित कर सकती हैं, जिससे आपके फोन को लंबे समय तक चार्जिंग की आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
वैज्ञानिकों ने नए विकल्पों की खोज तो कर ली है, लेकिन उन्हें एक महत्वपूर्ण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, इन तत्वों का आकार बड़ा होने के कारण ये बैटरी में सही तरीके से मूवमेंट नहीं कर पा रहे हैं. लिथियम के अलावा नई बैटरी के लिए ऐसे सामग्रियों की आवश्यकता है, जो बड़े आयनों के लिए पर्याप्त चौड़े रास्ते प्रदान कर सकें, ताकि ये आयन स्वतंत्रता से गति कर सकें.
न्यू जर्सी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने एक नई चुनौती का सामना करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया. उन्होंने क्रिस्टल डिफ्यूजन वैरिएशनल ऑटोएनकोडर (CDVAE) नामक एक AI प्रणाली विकसित की, जिसके माध्यम से पांच नए मटीरियल्स की खोज की गई, जो मल्टीवैलेंट बैटरी के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं. ये मटीरियल्स बैटरी में आसानी से गतिशीलता प्रदान करते हैं. शोधकर्ताओं ने क्वांटम मैकेनिकल सिमुलेशन और थर्मोडायनामिक परीक्षणों के जरिए यह सुनिश्चित किया कि क्या इनसे बैटरी बनाई जा सकती है, और उत्तर सकारात्मक था। AI की सहायता से खोजे गए ये मटीरियल्स मेटल ऑक्साइड से बने हैं, और इन पर आगे का अनुसंधान जारी है. जैसे ही इनसे बैटरी का निर्माण होगा, यह आपके स्मार्टफोन की बैटरी को बदलने में सक्षम होगी, जो मौजूदा बैटरी की तुलना में अधिक शक्तिशाली और सस्ती होगी.