न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: 9 जुलाई 2025 को देश भर में होने वाली देशव्यापी हड़ताल (Bharat Bandh) का व्यापक असर देखने को मिलेगा. 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और उनकी सहयोगी इकाइयों ने यह हड़ताल सरकार की मजदूर, किसान और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित की है.
इस हड़ताल में बैंक, बीमा, कोयला खनन, राजमार्ग निर्माण, परिवहन, और कई अन्य प्रमुख क्षेत्रों के कर्मचारी शामिल होंगे. इसका असर विभिन्न सेवाओं पर पड़ेगा, जैसे बैंकिंग सेवाएं, पोस्ट ऑफिस, बस सेवाएं, कोयला खदानों का काम, सरकारी फैक्ट्रियों का उत्पादन और कंस्ट्रक्शन परियोजनाएं, जो बाधित हो सकती हैं.
ट्रेड यूनियनों का कहना है कि यह हड़ताल केवल एक प्रदर्शन नहीं है, बल्कि श्रमिकों और आम नागरिकों के अधिकारों के समर्थन में एक बड़ा आंदोलन है. उनका उद्देश्य सरकार से श्रमिकों की सुरक्षा और कल्याण के लिए उपयुक्त कदम उठाने की मांग करना है.
देशव्यापी हड़ताल के मद्देनजर, कई राज्य सरकारें और अधिकारी पहले से ही सुरक्षा उपायों और आवश्यक सेवाओं के जारी रहने के लिए तैयार हैं. इस हड़ताल से पहले, ट्रेड यूनियनों ने सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी और संघर्ष को सार्वजनिक रूप से व्यक्त किया है.