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धनबाद/डेस्क: आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में नेशनल स्पेस डे 21 और 23 अगस्त को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया. इस मौके पर कई रोचक और इनोवेटिव प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिनका मकसद छात्रों में जिज्ञासा जगाना और उन्हें अंतरिक्ष व एरोस्पेस साइंस की ओर प्रेरित करना था. कार्यक्रम का आयोजन एनवीसीटीआई (Naresh Vashisht Centre for Tinkering and Innovation) और एरोनॉटिक्स एंड स्पेस टेक्नोलॉजी क्लब (ASTC) की ओर से किया गया.
21 अगस्त को स्कूल छात्रों के लिए एरोफोल्ड चैलेंज का आयोजन हुआ, जिसमें धनबाद और आसपास के जिलों से आए बच्चों ने हिस्सा लिया. प्रतियोगिता में छात्रों ने कागज़ के हवाई जहाज बनाए और उन्हें डिस्टेंस और एयरटाइम कैटेगरी में उड़ाकर अपनी क्रिएटिविटी और समझ दिखाई. अलग-अलग क्लास ग्रुप (कक्षा 1–6, 7–10 और 11–12) में आयोजित इस इवेंट ने बच्चों में साइंस और खासकर एरोडायनैमिक्स को लेकर काफी उत्साह जगाया.
23 अगस्त को आईआईटी (आईएसएम) कैंपस में छात्रों के लिए कई इवेंट्स आयोजित किए गए:
विंडकाफ्टर्स: अ बैटल ऑफ विट्स एंड विंग्स – जिमखाना ग्राउंड पर फ्रेशर्स टीमों ने इलास्टिक से चलने वाले ग्लाइडर बनाए और उड़ान की दूरी के आधार पर प्रतिस्पर्धा की.
हाइड्रोजेट असेंट – एम्बर ग्राउंड में छात्रों ने पानी से चलने वाले रॉकेट (PET बोतल से बने) लॉन्च किए और अपने डिजाइन व संतुलन कौशल का प्रदर्शन किया.
क्विज द कॉसमॉस – पेनमैन ऑडिटोरियम में आयोजित इस क्विज़ में छात्रों ने अंतरिक्ष विज्ञान, खगोल भौतिकी, सैटेलाइट और विज्ञान के इतिहास पर आधारित सवालों के जवाब दिए.
इन सभी इवेंट्स में छात्रों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही. विजेताओं को आकर्षक इनाम, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिए गए.
कार्यक्रम का संचालन प्रो. बदाम सिंह कुशवाह, प्रो. प्रशान्त महतो और सह-संयोजक रमेश प्रसाद ने किया. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन न सिर्फ भारत की स्पेस साइंस में उपलब्धियों को सेलिब्रेट करते हैं, बल्कि छात्रों को नए इनोवेशन और एसटीईएम (STEM) फील्ड्स की ओर भी प्रेरित करते हैं. दो दिन तक चले इस आयोजन ने छात्रों में रचनात्मकता, जिज्ञासा और प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ाया और इसे नेशनल स्पेस डे 2025 का यादगार उत्सव बना दिया.