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मधेपुरा /डेस्कः मधेपुरा में शहर की सड़कों पर अवांछित तत्वों पर पैनी नजर रखने के लिए चौक - चौराहे पर लगाए गए अधिकांश सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे हैं. कहीं सीसीटीवी का तार कटा हुआ है तो कहीं रखरखाव के अभाव में सीसीटीवी खराब पड़े हैं और तो और कई संवेदनशील जगहों पर से कैमरे ही गायब हो गये हैं. मधेपुरा नगर परिषद द्वारा सीसीटीवी लगाने पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च करने का कोई खास लाभ होता नहीं दिख रहा है. मालूम हो कि शहर के कलेक्ट्रेट, मुख्य बाजार, पूर्णिया गोला, कर्पूरी चौक, स्टेशन चौक, कॉलेज चौक समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर नगर परिषद की ओर से वर्ष 2022 में 170 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. सीसीटीवी लगाने पर 1.95 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे.
इसके बाद वर्ष 2024 में सीसीटीवी कैमरे के मेंटनेंस पर 30 लाख रुपये खर्च किए गए. इसके बावजूद चौक- चौराहे पर लगाए गए आधा से अधिक कैमरे बंद पड़े हैं. यही नहीं मधेपुरा समहारणालय परिषर स्थित जिला नियंत्रण कक्ष में फुटेज के डिस्प्ले के लिये चार मॉनिटर लगाए तो गये हैं लेकिन इसको ऑपरेट करने वाला कोई नहीं है जबकि सीसीटीवी कैमैरे अवांछित तत्वों पर नजर रखने के लिए लगाए गए हैं.
दूसरी ओर नगर निकायों के अधिकारियों को बैठक में डीएम ने शहर में सीसीटीवी लगाने का निर्देश दिया था, जबकि पूर्व से लगाए गए सीसीटीवी के रखरखाव के प्रति ही नगर परिषद के अधिकारी गंभीर नहीं दिख रहे हैं. इस मामले में मधेपुरा जिलाधिकारी तरनजोत सिंह ने बताया कि मधेपुरा नगर परिषद में लगभग 170 सीसीटीवी कैमरे इंस्टाल किये गए हैं, कार्यपालक पदाधिकारी के साथ हमने समीक्षा की थी. जून में आये आंधी तूफान में बड़ी संख्या में कैमरे की वायरिंग डैमेज होने की वजह से ये खराब हुए हैं. इसके लिए कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि एक महीने के अंदर सभी कैमरे को चालू करवाया जाय और सतत रूप से रिपेयरिंग और मेंटेनेंस करने के लिए भी विभागीय नियमन के अनुसार कर्मियों और एजेन्सी की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाय.