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रांची/डेस्कः नाइजर में हो रही हिंसा को देखते हुए वहां रह रहे भारतीय नागरिकों को भारत सरकार ने अफ्रीकी देश छोड़ने की सलाह दी है. विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि जिन नागरिकों की उपस्थिति आवश्यक नहीं है, वे जितना जल्द हो सकें देश छोड़ दें.
जानें क्या है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नाइजर में दो सप्ताह पहले सेना ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम का तख्तापलट कर दिया था. हालांकि, बजौम ने इस्तीफा देने से इन्कार कर दिया है और वे इस वक्त नजरबंद हैं. तख्तापलट के बाद वहां युद्ध जैसी स्थिति बनी हुई है. जिस वजह से पश्चिमी अफ्रीकी देश निराश हैं. और वे नाइजर को सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दे रहे हैं.
11 अगस्त को हुई प्रेस वार्ता
बता दें, 11 अगस्त को हुई प्रेस वार्ता में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि नाइजर में चल रहे घटनाक्रम पर हम बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. मौजूदा स्थिति के मद्देनजर, जिन भारतीय नागरिकों को नाइजर में रहना जरूरी नहीं है, उन्हें जल्द से जल्द देश (नाइजर) छोड़ने की सलाह दी जाती है.
नाइजर में हैं कुल 250 भारतीय नागरिक
प्रेस वार्ता में जब विदेश मंत्रालय से पूछा गया वहां कितने भारतीय नागरिक हैं तो उन्होंने बताया कि वहां इस वक्त लगभग 250 भारतीय हैं. और हम चाहते हैं कि वे सभी रजिस्ट्रेशन करावाएं. वे सभी सुरक्षित हैं. भारतीय दूतावास उन्हें देश से निकालने और रसद पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
देश की हवाई सेवा भी है बंद
बागची ने बयान जारी करते हुए कहा, ' नाइजर में हवाई क्षेत्र फिलहाल बंद है और जमीनी सीमा से सफर करना काफी मुश्किल है. ऐसे में जो लोग आने वाले दिनों में नाइजर की यात्रा की योजना बना रहे हैं, उन्हें भी स्थिति सामान्य होने तक अपनी यात्राओं पर फिर से विचार करना चाहिए.