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रांची/डेस्क: आज मंत्री सुदिव्य कुमार के कार्यालय में वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर की उपस्थिति में पर्यटन सचिव एवं वन सचिव के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में झारखंड में पर्यटन एवं वन क्षेत्रों के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. बैठक में पलामू क़िला के जीर्णोद्धार को लेकर ITHRD द्वारा तैयार की गई DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) की BCD के माध्यम से सत्यापन कर, NIP निकाल कर, ASI (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) के अंतर्गत ऐसी एजेंसियों से वेट कराकर टेंडर आमंत्रित करने की प्रक्रिया आरंभ करने का निर्णय लिया गया, जिनके पास पुरातत्विक स्थलों के विकास का पूर्व अनुभव हो.
इसी क्रम में, झारखंड ईको टूरिज़्म अथॉरिटी (JETA) की गवर्निंग काउंसिल और एग्जीक्यूटिव काउंसिल में आवश्यक बदलाव कर, इसके अंतर्गत संचालित परियोजनाओं के क्रियान्वयन में गति लाने हेतु निर्णय लिया गया. बेतला नेशनल पार्क में टाइगर सफारी के विकास हेतु राजगीर मॉडल को अपनाते हुए, प्रस्ताव को पहले राज्य वन्यजीव बोर्ड (State Board of Wildlife) से पारित कर, तत्पश्चात केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण (Central Zoo Authority) को भेजने का निर्णय हुआ है. इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग ₹250 करोड़ निर्धारित की गई है.
इसके अतिरिक्त, पलामू क़िला के समीप स्थित कमलदह झील के सौंदर्यीकरण हेतु एक अलग प्रस्ताव तैयार कर, उस क्षेत्र के समग्र पर्यटन विकास को और समृद्ध करने की दिशा में कदम उठाया जाएगा. मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा की अबुआ सरकार पलामू और झारखंड के अन्य पर्यटन स्थलों को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने हेतु प्रतिबद्ध है और इस दिशा में निरंतर प्रयास जारी है.