अरुण कुमार यादव/न्यूज़11 भारत
गढ़वा/डेस्क: गढ़वा जिले के मंझीआवं थाना क्षेत्र के सोनपुरवा गांव निवासी स्वर्गीय सूर्यदेव चौधरी के 45 वर्षीय बड़े पुत्र महेंद्र चौधरी की मृत्यु के ई एम अस्पताल परेल मुंबई में हो गयी. जानकारी के मुताबिक, महेंद्र चौधरी मई माह में अपनी बड़ी पुत्री का शादी करने के बाद डेढ़ माह पहले मुंबई के बिल मोरिया कंपनी में सुपरवाइजर के काम करने गए थे. महेंद्र चौधरी इस कंपनी में लगभग 17 वर्ष पहले से ही एक ही जगह काम करते थे. मृतक महेंद्र चौधरी चार दिन पहले से ही घर पर बताए थे कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है. उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है और वे वहीं पर इलाज कर रहे हैं. गुरुवार रात करीब 10:00 बजे अचानक सांस लेने में परेशानी होने लगा तो कंपनी के स्टाफ द्वारा अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के क्रम में रात करीब 11:30 बजे उनकी मृत्यु हो गयी.
घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार सुबह सोनपुरवा गांव के मुंबई में कार्यरत मजदूर प्रकाश चौधरी, शिवचंद चौधरी, उदय चौधरी, मनोज चौधरी, छोटेलाल चौधरी, विजय शर्मा, सरफराज खान, अवधेश उरांव, कृष्ण उरांव, इंद्रदेव उरांव, चंदन चौधरी, बसंत चौधरी, परमजीत चौधरी, राजेश चौधरी, सुनील चौधरी, राहुल रजक सहित सैकड़ो लोग अस्पताल पहुंचे. अस्पताल पहुंचकर उनका शव को अंत परीक्षण करा कर प्लेन से मुंबई से वाराणसी लाया गया. फिर वाराणसी से एंबुलेंस द्वारा शनिवार सुबह करीब 8 बजे महेंद्र चौधरी का शव उनके पैतृक गांव सोनपुरवा लाया गया. शव आते है गांव में मातम छा गया. परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक के एक पुत्र और दो पुत्री हैं. अंत में पूजा समिति द्वारा सामूहिक रूप से उनके अर्थी पर अंतिम वस्त्र पीताम्बरी चढ़ाकर नमन किया गया. मौके पर युवा समाजसेवी योगेंद्र प्रजापति, पूर्व बीडीसी डॉ चंदेश्वर चौधरी, महेश चौधरी, सुदामा विश्वकर्मा, शिक्षक विनोद चौधरी, शिक्षक अरुण चौधरी, शिक्षक मुरारी चौधरी, शिक्षक कपिल देव चौधरी, दूदून शर्मा, प्रेम शर्मा विजय चौधर, राजकुमार ठाकुर, सुनील चौधरी, मनोज चौधरी, सेवक प्रजापति, उमेश प्रजापति, सहित सैकड़ों लोगो उपस्थित थे.