झारखंड » कोडरमाPosted at: मई 27, 2024 लाश को घर में छोड़ भाग खड़े हुए कलयुगी पुत्र और पोते, बेटी और दामाद ने दिया अर्थी को कंधा, निभाया बेटा का फर्ज
संपत्ति बंटवारा को लेकर चल रही थी रस्सा-कशी

आर्यन श्रीवास्तव/न्यूज़11 भारत
कोडरमा/डेस्क: युग का प्रभाव हमेशा से देखने को मिलता रहा है. जहां कलियुगी रिश्ते दम तोड़ते नजर आ रहे हैं. कुल का दीपक यदि लड़खड़ाने लगे तो बेटियां ही उसे संभालती हैं. झुमरी तिलैया में रेलवे स्टेशन के निकट एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां मां की मृत्यु होते ही लाश को घर में छोड़कर पोते और छोटा बेटा भाग खड़े हुए. वहीं बेटी और दामाद ने न सिर्फ अर्थी को कंधा दिया इसके साथ ही मुखाग्नि का फर्ज भी निभाया. मामला रेलवे स्टेशन के निकट संचालित निराला होटल से जुड़ा हुआ है. इस घर की 90 वर्षीय गायत्री देवी के बड़े पुत्र स्व. कृष्णा साहा के पुत्र यानि गायत्री देवी के छोटा बेटा पंकज साहा तथा दोनों पोते सागर साहा और राहुल साहा में प्रोपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था. जब गायत्री देवी का निधन हुआ तो उनकी लाश को घर में छोड़कर दोनों पोते और छोटा बेटा घर से निकल गया. एक दिन बाद गायत्री देवी की बेटी प्रीति साहा और दामाद राहुल गुप्ता ने पड़ोसियों की मदद से अर्थी को कंधा दिया और श्मशान में मुखाग्नि देने का फर्ज भी निभाया.
इस मामले को लेकर कान्य कुब्ज हलवाई महासभा में रोष देखा जा रहा है. संजीव कुमार साहा महासभा के जिला सचिव ने वृद्वा की लाश को घर में छोड़कर बेटा और पोतों के भाग खड़े होने के घटना की निंदा की है. उन्होंने कहा कि यह समाज के लिए अच्छी बात नहीं है. श्राद्वकर्म की समाप्ति के बाद इस मामले पर सामाजिक स्तर वर विचार किया जाएगा.