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रांची/डेस्क: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) CGL पेपर लीक मामले को लेकर दाखिल याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई. चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की खंडपीठ में यह सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान IG अनूप बिरथरे समेत SIT की टीम मौजूद रही. राज्य सरकार और हस्तक्षेपकर्ता की ओर से अदालत में बहस की गई. अब इस मामले पर अगली सुनवाई सोमवार को होगी. बुधवार को प्राथी और हस्तक्षेपकर्ता की ओर से पक्ष रखा गया था. प्राथी की ओर से कोर्ट को बताया गया था कि परीक्षा में गेस पेपर के 50 फीसदी से अधिक सवाल पूछे गए, जिससे पेपर लीक की आशंका गहराती हैं. वहीं महाधिवक्ता ने बहस में बताया है कि CID जांच में ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिले है जिससे साबित हो की पेपर लीक हुआ हैं.
वहीं हस्तक्षेपकर्ता की ओर से कोर्ट को बताया गया कि पेपर लीक से जुड़ा कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है और किसी अभ्यर्थी ने शिकायत भी नहीं की हैं. उनका कहना था कि कुछ कोचिंग संस्थान अफवाह फैलाकर माहौल बना रहे हैं.
गौरतलब है कि, JSSC-CGL परीक्षा 21 और 22 सितंबर 2024 को आयोजित की गई थी. परीक्षा के दौरान एहतियात के तौर पर इंटरनेट सेवा भी बंद की गई थी और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था अपनाई गई थी. इसके बावजूद पेपर लीक की शिकायतें सामने आई, जिसके बाद राज्य सरकार ने इस मामले की जांच CID को सौंप दी थी.
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