धनंजय कुमार सिंह/न्यूज 11 भारत
जामा/डेस्क: जामा प्रखण्ड क्षेत्र के दुर्गम पहाड़ों पर करीब चार सौ फीट की ऊंचाई पर स्थित बाबा देवद्वार नाथ मंदिर में पहली सोमवार को गिद्धौर जमुई से आए ग्यारह बाबा और दर्जनों स्थानीय ग्रामीणों ने मयूराक्षी नदी के भुरभुरी घाट पर जल भर कर गाजे बाजे के साथ जल चढ़ाया| इस दौरान देवद्वार नाथ मंदिर बोल बम के नारों से गुंजायमान रहा. बता दें कि श्रावणी मास के पहली सोमवारी पर बाबा देवद्वार नाथ पर जलार्पण करने के लिए कांवरियों का जत्था पहली बार देवद्वार नाथ पहुंचा है.
इस मौके पर कांवरिया दुर्गा राकेश ने बताया कि इस मंदिर का करीब सौ साल पुराना इतिहास रहा है| सुनने में आया है कि यहां पहले साधु संत तपस्या में लीन रहते थे. यहां आने वाले हर श्रद्धालु की मनोकामना पूरी होती है. उन्होंने बताया कि वे 30 वर्षों से देवदार नाथ मंदिर पूजा अर्चना करने पहुंचते थे. इसी क्रम इस वर्ष पहली बार जमुई जिले से ग्यारह बाबा के साथ भुरभुरी स्थित मयूराक्षी नदी से जल उठाकर देवद्वार नाथ मंदिर में जलार्पण करने का मन बनाया था और आज उन सबकी मनोकामना पूरी हुई.
इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों की टोली भी अन्य कावंरिया को साथ लेकर भुरभुरी स्थित मयूराक्षी नदी से जल उठावकर बाबा देवद्वार नाथ मंदिर जलार्पण करने पहुंची. महिला कावंरिया अर्चना देवी ने बताया कि पहली बार बाबा देवद्वार नाथ पर जलार्पण कर अत्यंत खुशी और शांति का अनुभव प्राप्त हुआ है, यहां का बहुत ही सुंदर मनोरम दृश्य है.
स्थानीय नागरिक बारापलासी के रहने वाले सुभाष नाग ने बताया कि मयूराक्षी नदी से जल लेकर पैदल यात्रा कर जलार्पण करने में बहुत आनंद की अनुभूति हुई है| सभी एक साथ देवद्वार नाथ मंदिर पहुंच कर पहाड़ी पर स्थित देवद्वार नाथ मंदिर में जल चढ़ाया है.
इधर फौजदारी बाबा के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त सिरसा नाथ मंदिर में पहली सोमवारी को लेकर सुबह से ही कांवरिया एवम् भक्तो तथा श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ पर जलार्पण कर खुशहाली की कामना की. भयंकर पंडा ने बताया कि इस बार पहली सोमवारी से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई है| मंदिर में प्रशासन द्वारा सुरक्षा के प्रबन्ध किए गए है. पंक्ति में श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो रही है. बता दें कि बोलबम और डाक बम प्रति वर्ष बरारी से हंसडीहा नोनीहाट होते हुए वैसा चौक से सीधे सिरसा नाथ मंदिर आकर जल चढ़ाते हैं. सिरसा नाथ मंदिर स्थित धर्मशाला में यात्रियों की ठहरने का प्रबंध किया गया है. सोमवार को दुमका बस स्टेंट से आए एक दर्जन शिव भक्तों द्वारा संध्या में श्रृंगारी पूजा कराया गया| जिसमें बबलु बम, छोटू बम बबन बम, विनोद बम मनोज बम, राजीव बम मनोज बम राजू बम सहित अन्य बम शामिल रहे.