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रांची/डेस्कः गोविंदपुर प्रखंड स्थित बरियो शाखा के झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक से कुछ लोगों ने BCCL में नौकरी करने का झांसा देकर साथ ह फर्जी तरीके से कागजात तैयार कर लाखों रुपए का लोन (ऋण) उठा लिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 6 लोगों ने बैंक से करीब 82 लाख रुपए ऋण लिया है. वहीं बैंक में इस मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब उन लोगों द्वारा ऋण का किस्त जमा नहीं होने लगा. वहीं इस मामले का खुलासा होने के बाद ब्रांच से लेकर रीजनल ऑफिस गिरिडीह में भी बैंक अधिकारियों के बीच हड़कंप मच गई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब ऋण का किस्त जमा नहीं होने लगा तो बैंक अधिकारियों ने इस पूरे मामले में जांच पड़ताल शुरू की. वहीं बैंक कर्मियों के बीच जब इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो सबके होश उड़ गए. उन्होंने जांच में पाया कि उन लोगों द्वारा ऋण के लिए BCCL की पे-स्लिप और आईडी कार्ड के अलावे जो भी अन्य दस्तावेज जमा किए गए थे सभी फर्जी थे. वहीं इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद बैंक प्रबंधक आशा सिन्हा ने गोविंदपुर थाने में भोला यादव नाम के व्यक्ति उसकी पत्नी और सिंडिकेट के खिलाफ केस दर्ज कराई. उन्होंने आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 419, 420 ,406, 467, 468, 471, 120 (बी) के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई.
शाखा प्रबंधक को बैंक प्रबंधन ने पद से हटाया
वहीं इस मामले का खुलासा होने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए बैंक शाखा प्रबंधक सूर्यभूषण रवि को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया. गिरिडीह में रीजनल ऑफिस में उन्हें प्रतिनियुक्त किया गया. उनके जगह पर आशा सिन्हा को बैंक शाखा का नया प्रबंधक नियुक्त किया गया. वहीं इस संबंध में आशा सिन्हा और रीजनल प्रबंधक विकास सिंह ने पुलिस को बताते हुए कहा कि पिछले तीन महीनों के अंदर 6 लोगों ने फर्जी दस्तावेज के माध्यम से ऋण लिया था इसमें प्रथमदृष्टया बैंक प्रबंधक की लापरवाही सामने आती दिख रही है. इस फर्जीवाड़े मामले में जांच कार्य बिल्कुल भी प्रभावित न हो. इसी लिए उन्हें (सूर्यभूषण रवि) गिरिडीह रीजनल ऑफिस से अटैच किया गया है.
इधर, इस मामले में थानेदार रविकांत प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि बैंक से फर्जी तरीके से ऋण लेने वालों के खिलाफ बैंक प्रबंधक द्वारा आवेदन देकर पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जांच पड़ताल चल रही है. जांच के दौरान सभी आरोपियों के नाम सामने आएंगे. सहायक अवर निरीक्षक दिलीप कुमार सिंह इस फर्जीवाड़े कांड के अनुसंधानकर्ता बनाये गये हैं.