Wednesday, Jul 2 2025 | Time 00:23 Hrs(IST)
टेक वर्ल्ड


बारिश में मोबाइल भीग जाएं तो घबराएं नहीं, जानें क्या करें और क्या नहीं

बारिश में मोबाइल भीग जाएं तो घबराएं नहीं, जानें क्या करें और क्या नहीं
न्यूज11 भारत 

रांची/डेस्क: मानसून का मौसम जहां राहत और ताजगी लेकर आता है, वहीं यह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के लिए एक चुनौती बन जाता है. खासकर मोबाइल फोन, जो हर वक्त हमारे साथ रहते हैं, बारिश की बूंदों से आसानी से भीग सकते हैं. ऐसे में अक्सर लोग घबराकर नया फोन खरीदने का मन बना लेते हैं. लेकिन जरा रुकिए! कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप अपने भीगे फोन को दोबारा सही कर सकते हैं. 

 

सबसे पहले क्या करें अगर फोन में चला जाए पानी?

अगर आपका फोन ऑन है और उसमें पानी चला गया है, तो सबसे पहले उसे तुरंत स्विच ऑफ कर दें. इससे शॉर्ट सर्किट का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है. इसके बाद फोन से सभी एक्सेसरीज़ जैसे SIM कार्ड, SD कार्ड, बैक कवर और केस को हटा दें. एक साफ सूती कपड़े या टिशू से फोन की बाहरी नमी को धीरे-धीरे साफ करें, खासकर चार्जिंग पोर्ट, स्पीकर और हेडफोन जैक पर ध्यान दें. 

 

क्या भूलकर भी न करें ये काम

भीगे हुए फोन को कभी भी तुरंत चार्ज पर न लगाएं. इससे फोन में शॉर्ट सर्किट या आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, लोग अक्सर हेयर ड्रायर या हीटर का इस्तेमाल करने की गलती कर बैठते हैं, लेकिन तेज गर्मी से फोन की आंतरिक सर्किट और स्क्रीन को नुकसान हो सकता है. 

 

ये ट्रिक्स आ सकती हैं काम

1.एक एयरटाइट डिब्बे में कच्चे चावल भरें और उसमें फोन को 24 से 48 घंटे तक रखें. चावल नमी को सोखने का काम करते हैं. 

 

2.अगर आपके पास सिलिका जेल पैकेट्स हैं तो यह और भी बेहतर विकल्प है. 

 

3.फोन को किसी तेज पंखे के नीचे रखें, जिससे वह धीरे-धीरे प्राकृतिक तरीके से सूख सके. 

 

कैसे पहचानें कि फोन अब ठीक है या नहीं?

दो दिन बाद फोन को चालू करें और जांचें कि डिस्प्ले, साउंड, टच, चार्जिंग और कैमरा सभी सही ढंग से काम कर रहे हैं या नहीं. अगर सब कुछ ठीक है तो समझिए आपका फोन बच गया. लेकिन अगर फोन ऑन नहीं हो रहा है या स्क्रीन ब्लैक है, तो तुरंत किसी विश्वसनीय सर्विस सेंटर में जाकर जांच करवाएं. 

 


बारिश में भीग जाने के बाद मोबाइल को फेंकना या नया खरीदना आखिरी विकल्प होना चाहिए. पहले इन सरल और प्रभावी उपायों को अपनाएं – हो सकता है आपका फोन फिर से पहले जैसा काम करने लगे और आपकी जेब हजारों रुपये के खर्च से बच जाए. 

 






















  • Beta


Beta feature

अधिक खबरें
अब मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन के लिए देना होगा चार्ज, यह नया नियम आने वाला है
जून 28, 2025 | 28 Jun 2025 | 7:45 AM

फोन नंबर से जुड़ी धोखाधड़ी गतिविधियों को कम करने के उद्देश्य से दूरसंचार विभाग ने साइबर सुरक्षा के नियमों में बदलाव करने का प्रस्ताव रखा हैं. 24 जून को फाइल किए गए साइबर सुरक्षा नियमों के नए ड्राफ्ट के अनुसार, फोन नंबर वेरिफिकेशन के लिए एक नया प्लेटफार्म बनाने की भी सिफारिश की गई हैं.

प्राइवेसी है खतरे में, 99 रुपए में Telegram बॉट बेच रहा है आपकी पर्सनल डिटेल
जून 27, 2025 | 27 Jun 2025 | 11:02 AM

ऐप्स यूजर्स की सेफ्टी और प्राइवेसी को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन क्या वाकई सारे दावे सच होते हैं. लोगों की सेफ्टी के लिए ऐप में टू स्टेप वेरिफिकेशन फीचर दिया जाता है लेकिन क्या इस फीचर को ऑन करने के बाद डिजिटल दुनिया में सेफ हैं? आपको अगर लगता है हां, तो हाल ही में सामने आई रिपोर्ट जरूर पढनी चाहिए.

अब कॉल करने पर अमिताभ बच्चन की साइबर क्राइम वाली कॉलर ट्यून नहीं सुनाई देगी, जानें वजह
जून 27, 2025 | 27 Jun 2025 | 8:47 AM

बीते कुछ हफ्तों से आप जब भी किसी को कॉल करते होंगे तो अमिताभ बच्चन की आवाज में साइबर अपराध से जुड़े चेतावनी भरे मैसेज सुनते थे. यह कॉलर ट्यून किसी को कॉल करने वक्त सुनाई देती थी और रिंगटोन की जगह एक रेकॉर्डेड मैसेज बजता था. अब से यह कॉलर ट्यून बंद कर दी गई हैं.

Netflix के इस फैसले से दुखी हुए यूजर्स, नहीं खेल पाएंगे  15 जुलाई के बाद ये गेम्स
जून 27, 2025 | 27 Jun 2025 | 8:11 AM

फिल्में और वेब सीरिज देखने के अलावा अगर आप भी Netflix पर मोबाइल गेम खेलना पसंद करते है तो आपके लिए एक जरुरी अपडेट हैं. अगले महीने से नेटफ्लिक्स पर खेले जाने वाले 20 मोबाइल गेम्स को हटाया जा रहा हैं. ऐसे में आपको अपनी फेवरेट गेम को भी अलविदा कहना पड़ सकता हैं.

रोबोट चलेगा बिना इंटरनेट! गूगल का नया AI मॉडल कपड़े तह और बैग खोलने जैसे काम करेगा
जून 26, 2025 | 26 Jun 2025 | 8:08 AM

गूगल DeepMind ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल पेश किया है, जिसका नाम Gemini Robotics On-Device है. यह मॉडल खासतौर पर रोबोट्स के लिए तैयार किया गया है, और सबसे बड़ी बात यह है कि यह बिना इंटरनेट के भी काम कर सकता है. यानी अब रोबोट्स को काम करने के लिए क्लाउड या वाई-फाई से जुड़े रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी.