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रांची/डेस्क: गूगल DeepMind ने एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल पेश किया है, जिसका नाम Gemini Robotics On-Device है. यह मॉडल खासतौर पर रोबोट्स के लिए तैयार किया गया है, और सबसे बड़ी बात यह है कि यह बिना इंटरनेट के भी काम कर सकता है. यानी अब रोबोट्स को काम करने के लिए क्लाउड या वाई-फाई से जुड़े रहने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
Gemini Robotics On-Device क्या है?
यह एक एडवांस AI मॉडल है, जो दो हाथों वाले रोबोट्स को भाषा समझने, बोलने और एक्शन लेने की क्षमता देता है. यह सिस्टम कम लेटेंसी के साथ काम करता है, जिसकी वजह से यह रियल-टाइम (तुरंत) प्रतिक्रिया देने वाले सिस्टम्स में बेहद उपयोगी साबित होता है.
क्यों खास है यह?
यह बिना इंटरनेट कनेक्शन के भी काम करने की क्षमता रखता है. Gemini Robotics On-Device पूरी तरह लोकल डिवाइस पर चलता है. इससे आप इसे दूरदराज या इंटरनेट-सेवाओं की कमी वाले क्षेत्रों में भी आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं. यह कम रिसोर्स और कम पावर में काम करने वाला मॉडल है. इसे भारी-भरकम कंप्यूटर की जरूरत नहीं होती, इसलिए इसे छोटे डिवाइस में भी लगाया जा सकता है.
ये रोबोट्स किसी भी नए टास्क को केवल 50 से 100 उदाहरणों को देखकर सीख सकते हैं. इससे इन्हें जल्दी और प्रभावी तरीके से ट्रेंड किया जा सकता है.
यह AI रोबोट्स क्या-क्या कर सकता है?
गूगल के इंटरनल टेस्ट्स में इस AI मॉडल ने कई चौंकाने वाले काम करके दिखाए हैं, जैसे कि, बैग खोलना और बंद करना, कपड़े तह करना, अलग-अलग चीजों की पहचान करके उन्हें उठाना, इंडस्ट्रियल बेल्ट असेंबली जैसे सटीक और जटिल कार्य शामिल हैं. यह नेचुरल भाषा में दिए गए इंस्ट्रक्शन्स को समझकर सही एक्शन लेने में भी सक्षम है.
किन-किन रोबोट्स के साथ किया गया टेस्ट?
सबसे पहले इसे ALOHA सिस्टम पर ट्रेन किया गया था. इसके अलावा Franka Emika FR3 और Apptronik Apollo ह्यूमनॉइड रोबोट्स में भी इसका परीक्षण किया गया है. गूगल का दावा है कि यह मॉडल अलग-अलग रोबोटिक प्लेटफॉर्म्स पर भी बेहतरीन प्रदर्शन करता है, चाहे स्टेप्स मुश्किल हों या टास्क नया हो.
इसका इस्तेमाल कौन कर सकता है?
फिलहाल यह सिस्टम केवल गूगल के Trusted Tester प्रोग्राम के तहत चुनिंदा डेवलपर्स के लिए उपलब्ध है. डेवलपर्स इसके साथ Gemini Robotics SDK और MujCo फिजिक्स सिम्युलेटर के साथ प्रयोग कर सकते हैं.