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बिहार/डेस्क: बिहार के रोहतास जिले में सोमवार की रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन युवकों की जान चली गई. यह हादसा नोखा थाना क्षेत्र के आरा-सासाराम स्टेट हाईवे पर रात करीब 10 बजे हुआ. जब एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने बाइक सवार तीन युवकों को जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीनों की मौके पर ही मौत हो गई.
मृतकों की पहचान और गांव में मातम का माहौल
हादसे में जान गंवाने वाले तीनों युवक नोखा थाना क्षेत्र के मुजनू गांव के रहने वाले थे. मृतकों की पहचान मंतोष कुमार (20 वर्ष), भुअर कुमार (18 वर्ष) और सजन कुमार (22 वर्ष) के रूप में की गई hain. तीनों आपस में गहरे मित्र थे और गांव में काफी सक्रिय माने जाते थे. घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई हैं. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हैं. वहीं पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ हैं.
शादी समारोह में जा रहे थे तीनों युवक
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, तीनों युवक रामनगर गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए निकले थे. वे बाइक से जा रहे थे, तभी सामने से आ रही तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने उन्हें सीधी टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जोरदार थी कि तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई.
घटनास्थल पर अफरा-तफरी, स्कॉर्पियो पर “बीईओ दावथ” का बोर्ड
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई. बड़ी संख्या में ग्रामीण वहां पहुंच गए. उन्होंने देखा कि स्कॉर्पियो पर “बीईओ दावथ” (प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, दावथ) का बोर्ड लगा हुआ था. यह देख ग्रामीणों में आक्रोश तो था, पर उन्होंने सरकारी बोर्ड की वजह से वाहन को नुकसान नहीं पहुंचाया.
पुलिस ने स्कॉर्पियो को किया जब्त, जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही नोखा थाना प्रभारी दिनेश मलाकार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर सदर अस्पताल सासाराम भेजा और स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है और स्कॉर्पियो पर लगे सरकारी बोर्ड की भी सत्यता की पुष्टि की जा रही है.
क्या सरकारी कार्य में इस्तेमाल हो रही थी गाड़ी?
हादसे में शामिल स्कॉर्पियो पर “बीईओ दावथ” का बोर्ड लगा होना इस दुर्घटना को और गंभीर बनाता है. सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह गाड़ी सरकारी कार्य में प्रयुक्त हो रही थी या किसी निजी कार्य में इस्तेमाल की जा रही थी. ग्रामीणों का आरोप है कि कई बार ऐसे विभागीय वाहन नियमों की अनदेखी करते हुए तेज गति से सड़कों पर चलते हैं. पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि वाहन में कौन लोग सवार थे और किस उद्देश्य से गाड़ी चल रही थी.
प्रशासन से मुआवजे की मांग
इस दर्दनाक हादसे के बाद पीड़ित परिवारों और ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल मुआवजे की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि युवकों की उम्र बहुत कम थी और वे परिवार के सहारे थे. ऐसे में सरकार को उनकी आर्थिक सहायता करनी चाहिए.
ग्रामीणों में उबाल, लेकिन रहा शांति का माहौल
घटना के बाद गांव और आसपास के क्षेत्र में काफी गुस्सा देखा गया, लेकिन स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में रही। ग्रामीणों ने शांतिपूर्वक प्रशासन से न्याय और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.