गांव में गोप परिवार पर ग्रामीण मुण्डा ने लगाया है प्रतिबंध, नहीं मानने पर 5 से 10 का जुर्माना,फैसले से भय और प्रताड़ना का माहौल
न्यूज11 भारत
चाईबासा/डेस्क: पश्चिमी सिंहभूम जिले के ग्रामीण क्षेत्र में आज भी अंधविश्वास, छुआछूत, सामाजिक बहिष्कार का प्रचलन चल रहा है ऐसा ही एक ताजा मामला चक्रधरपुर के ग्राम मौजा चिरूवेडा लुपुगबेड़ा पंचायत के गुलकेड़ा गोप (ग्वाला) परिवार पर ग्रामीण मुण्डा बागुन जामुदा ने ढाकुया के माध्यम से हमारे 10 घरों पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं. इन प्रतिबंधों का उल्लंघन करने पर अब तक तीन लोगों से 5 से 10 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया गया. इससे गोप परिवार को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
गोप परिवार का आरोप है कि ग्रामीण मुण्डा के फैसले से उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्हें आवश्यक सामग्री जैसे दाल, चावल और शौच के लिए दूसरे गांव जाना पड़ रहा है. गांव के लोग उन्हें धमकी दे रहे हैं और उन्हें गलत दृष्टि से देख रहे हैं. गोप परिवार की मांग है कि इन प्रतिबंधों को हटाया जाए और उन्हें समान अधिकार दिए जाएं. उन्हें उम्मीद है कि उनकी समस्या का समाधान होगा और उन्हें न्याय मिलेगा. इस मामले में प्रशासन को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है ताकि गोप परिवार को न्याय मिल सके.
10 परिवार के लोगों ने किया उपायुक्त से शिकायत
गोप परिवार के 10 घरों के छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक लगभग दो दर्जन से अधिक लोग चाईबासा ए डीसी ऑफिस पहुंचकर लिखित शिकायत किया. उपायुक्त चंदन कुमार से ग्रामीण कहा है कि हमारे 10 घरों के गरीब परिवारों को मौलिक अधिकार दिया जाए, ताकि हम लोग गांव में रह सके.
गांव में गोप परिवार पर ग्रामीण मुण्डा ने इन चीजों पर लगाया है प्रतिबंध
-ग्रामीणों के साथ बातचीत तथा लेनदेन करना मना
-गांव के दुकान से खरीदारी करना मना
-विद्यालय में खाना बनानें के लिए मना
-पूजा पाट करने एवं करवाने के लिए मना
-किसी भी दस्तावेज में हस्ताक्षर करवाना मना
-रैयती जगहों में चलना शौच, तथा पशु चराना मना
-जंगल (राका) से उचित उपयोगी लकड़ी लेना मना
-गांव में निजि व्यवसाय करने से मना
-कब्रिस्तान का उपयोग करने से मना
-नदी का उपयोग करने मना