सागर कुमार/न्यूज 11 भारत
भुरकुंडा/डेस्क: श्रीअग्रसेन स्कूल भुरकुंडा में शनिवार को को-एजुकेशन विषय पर अंग्रेजी में डिबेट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. इसमें कनिष्क राज और शुभांगी कुमारी की टीम के बीच तर्क-वितर्क हुआ. सह-शिक्षा के पक्ष में मजबूती से तर्क करते हुए टीम कनिष्क ने कहा कि सह शिक्षा लड़कों और लड़कियों को साझा रूप से सीखने का माहौल देती है. सह शिक्षा लैंगिक समानता को बढ़ावा देता है. जब लड़के और लड़कियाँ एक साथ पढ़ते हैं, तो वे एक-दूसरे के साथ समान व्यवहार करना सीखते हैं, जिससे लैंगिक रूढ़िवादिता टूटती है. सह-शैक्षणिक वातावरण छात्रों को विपरीत लिंग के साथ सम्मानपूर्वक और आत्मविश्वास से बातचीत करने का अवसर प्रदान करता है. इससे प्रभावी संचार और टीमवर्क का निर्माण होता है. साथ-साथ सीखने से लड़के और लड़कियों के बीच स्वस्थ शैक्षणिक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलता है, जिससे प्रदर्शन में सुधार आता है. लड़कों और लड़कियों के लिए अलग-अलग स्कूल चलाने के लिए ज़्यादा संसाधनों की ज़रूरत होती है, जो ज्यादा खर्चीला है.
शुभांगी की टीम ने कहा कि सह शिक्षा किशोरावस्था के दौरान ध्यान भटकाने वाला हो सकता है. विशेषकर जब विद्यार्थी भावनात्मक और सामाजिक परिवर्तनों का अनुभव करना शुरू करते हैं. सह-शिक्षा में कक्षाओं में कुछ विद्यार्थी अपनी बात खुलकर कहने में शर्म या झिझक महसूस कर सकते हैं. लिंग पूर्वग्राह की संभावना बनी रहती है. जिससे आत्म-सम्मान को ठेस पहुंच सकता है या भागीदारी प्रभावित हो सकती है. प्रतियोगिता का संचालन कुमुल कुमार ने किया. डिबेट में उन्नति सिंह, अदिति कुमारी, अनिक अश, इशांत सिंह, मो अनस, अंशु गुप्ता, वर्षा कुमारी, खुशी पांडेय, आदित्य कुमार, वैष्णवी कुमारी, एंजेल वर्मा, निष्ठा अदिति, प्रिंसेस जहान्वी, अंकित चौधरी, मो फैजान, रेहान खान शामिल थे.