मानवाधिकार उल्लंघन का आरोप, परिजनों ने प्रशासन से की शिकायत, RYA ने की तीखी निंदा
न्यूज़11 भारत
बगोदर /डेस्क: बिहार की सियासत की तपिश अब झारखंड तक पहुंचने लगी है. सोमवार को पटना नगर निगम से जुड़ी एक घटना के सिलसिले में पटना के गांधी मैदान थाना की पुलिस ने झारखंड के बगोदर थाना क्षेत्र में दबिश दी. यह कार्रवाई पटना की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार की तलाश में की गई, जो कि अपने ससुराल में ठहरे हुए थे. हालांकि, शिशिर कुमार पहले ही एक पारिवारिक समारोह में शामिल होकर बगोदर से निकल चुके थे, जिस कारण पुलिस टीम को बैरंग लौटना पड़ा.
पुलिस की इस कार्रवाई ने स्थानीय स्तर पर नाराजगी और सवाल खड़े कर दिए हैं. परिजनों ने अनुमंडल पदाधिकारी और एसडीपीओ को एक शिकायत भेजकर आरोप लगाया है कि पुलिस बिना सर्च वारंट और बिना महिला पुलिसकर्मियों के जबरन घर में घुसी, और विरोध करने पर धमकी दी गई कि "सर्च वारंट की बात करोगे तो महंगा पड़ेगा." विकास कुमार नामक परिजन ने बताया कि पुलिस ने उनके द्वारा बनाए गए एक वीडियो को भी जबरन डिलीट करवा दिया.
यह भी आरोप है कि पुलिस टीम बगोदर स्थित GT रोड के पास पुराने आवास "अशोक मेडिकल" में भी छत के रास्ते जबरन घुसी, जहाँ परिवार की एक महिला सदस्य अकेली थीं। वहां कथित तौर पर पुलिस ने दुव्यवहार किया, जिसके बाद स्थानीय लोगों की भीड़ जुटने के बाद पुलिस वहां से निकल गई.
विकास कुमार ने कहा कि “इस पूरी कार्रवाई से हमारे परिवार की प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची है. महिला पुलिस के बिना घर में घुसना, छानबीन करना और महिला सदस्य से बदसलूकी करना पूरी तरह से गैरकानूनी और मानवाधिकारों का उल्लंघन है.”
पुलिस ने शिशिर कुमार के कथित सहायक योगेश कुमार को हिरासत में लेकर पटना रवाना कर दिया है. वहीं पटना पुलिस की ओर से कहा गया है कि यह कार्रवाई मारपीट के एक मामले के आरोपी की तलाश में की गई थी. हालांकि, मीडिया में आई खबरों के अनुसार, शिशिर कुमार पर पटना नगर निगम की बैठक के दौरान गाली-गलौज और मारपीट का आरोप है. सूत्रों की मानें तो यह मामला उस वक्त और अधिक तूल पकड़ गया जब शिशिर ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की, और इसके बाद से उनके खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई शुरू हुई. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाल ही में पटना सिटी स्थित मेयर के आवास पर भी रात करीब डेढ़ बजे पुलिस ने दबिश दी थी, जहाँ पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था.
इधर, बगोदर में हुई दबिश को लेकर RYA के प्रदेश अध्यक्ष संदीप जायसवाल ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा “पुलिस द्वारा बिना किसी सूचना, सर्च वारंट और महिला बल के किसी प्रतिष्ठित नागरिक के घर में घुसना और भय का माहौल बनाना बेहद निंदनीय है. RYA इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करता है और गिरिडीह एसपी से गहन जांच की मांग करता है.”
स्थानीय नागरिक भी इस पूरे प्रकरण को बाहरी पुलिस की दबंगई और राजनीतिक दबाव में की गई कार्रवाई के रूप में देख रहे हैं. अब निगाहें प्रशासन के रुख पर टिकी हैं कि क्या पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी या नहीं.