झारखंड » हजारीबागPosted at: मई 07, 2024 हजारीबाग: महिला मतदाताओं की संख्या भले ही कम, पर वोट देने में आगे रहती हैं नारी शक्ति
महिलाओं को चाहिए आर्थिक और सामाजिक समानता, बढ़ रहा वोट प्रतिशत, गत चुनाव में 66.23 प्रतिशत महिलाओं ने डाला था वोट, जबकि 48.17 प्रतिशत पुरुषों ने किया वोट

प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: भारतीय लोकतंत्र में महिलाओं की भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण रही है. महिलाएं देश की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है. इसलिए उनकी भागीदारी लोकतंत्र को अधिक समावेशी बनाती है. महिलाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और रोजगार जैसे सामाजिक और आर्थिक मुद्दों के प्रति अधिक जागरूक और संवेदनशील होती हैं. वे इन मुद्दों पर ध्यान देने वाले उम्मीदवारों को वोट देती हैं, जो समाज के लिए बेहतर नीतियां बनाने में मदद करता है. टाटीझरिया प्रखंड क्षेत्र के चुनाव में महिला मतदाता हमेशा से निर्णायक भूमिका में रही है. जबकि पुरुष मतदाताओं की संख्या अधिक है.
ऐसे में महिलाओं का मतदान निर्णायक भूमिका निभाएंगी. टाटीझरिया प्रखंड क्षेत्र में दो लोकसभा और दो विधानसभा क्षेत्र आता है. यदि हजारीबाग लोकसभा के पांच पंचायतों की बात की जाए तो यहां 22 हजार 858 मतदाताओं में से 11 हजार 966 पुरुष और 10 हजार 892 महिला मतदाता हैं. जिनमें पिछले विधानसभा चुनाव में 56.78 प्रतिशत मतदान हुआ. मतदान में कुल 66.23 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया. जबकि 48.17 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं ने वोट डाला. स्थिति स्पष्ट है कि महिलाओं के ही वोट निर्णायक साबित हुए. इस बार के लोकसभा चुनाव में भी यही कुछ होना है.
पुरुष अपने रोजी-रोजगार की वजह से दूसरे प्रदेशों में बसेरा लिए हुए हैं और महिलाएं घर पर विधि-व्यवस्था बनाने में जुटी रहती है. पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं में जागृति आई है, वह आजीविका से भी जुड़ी है. कई प्रकार की बैठकों का आयोजन वह करती है. यही वजह है कि उनमें समझदारी बढ़ी है और वे अपने मताधिकार के प्रति सजग भी हैं. पिछले चुनाव में यहां 12 हजार 978 मतदाताओं ने मत का प्रयोग किया था. जिसमें 7 हजार 214 महिला और 5 हजार 764 पुरुष मतदाता शामिल थे. इस प्रकार महिलाओं का दिल जिसने जीता वही सिकंदर होगा.