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रांचीः ओडिशा राज्य के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ हादसा हर किसी के दिल दहला देने वाला है. बता दें, शुक्रवार शाम को रेल हादसे की खबरें सामने आई थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई है इसके कुछ ही देर बाद हादसे के शिकार हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी से हावड़ा एक्सप्रेस से टक्कर की बात सामने आई. इसके बाद स्थिति देर शाम तक साफ हो पाई कि एक साथ तीन ट्रेनों की टक्कर हुई है. इतना ही नहीं हादसे की जो तस्वीरें सामने आई है वह काफी भयावाह है.
280 लोगों की मौत, 900 से अधिक घायल
तीन ट्रेनों के इस भयावाह हादसे से यह अनुमान लगाया जाने लगा कि मृतकों की संख्या का आंकड़ा सैंकड़ों पार कर जाएगा. शुरू में 30 लोगों के मौत की खबर सामने आई जो देखते-देखते देर रात तक सैंकड़ा पार करते हुए 207 से 288 तक पहुंच गई. बता दें, इस हादसे में 900 से अधिक लोगों के घायल होने की खबर है. इसकी जानकारी ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने दी है. हादसे में मौत का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है.
आइए हम आपको बताते है यह दर्दनाक रेल हादसा कैसे हुआ
हादसा शुक्रवार शाम बालासोर स्टेशन के पास बहानगा बाजार स्टेशन के पास हआ. हादसे के वक्त आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी. इसी बीच हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) कोलकाता के नजदीक शालीमार स्टेशन से चेन्नई सेंट्रल जा रही थी. वह ओडिशा के बालासोर जिले में बहानगा बाजार से 300 मीटर पहले ही शाम के करीब 7 बजकर 20 मिनट पर ट्रेन की चार बोगियां एकाएक पटरी से उतर गई. और वे पलटकर दूसरी रेल पटरी पर जा गिरी. इसी दौरान उस पटली पर सामने से एक मालगाड़ी आ रही थी. जिससे टकरा कर वह भी पलट गई और उसके डिब्बे पास की तीसरी रेल लाइन की पटरी पर जा गिरी. वहीं तीसरी लाइन पर यशवंतपुर से हावड़ा जाने वाली हावड़ा-बेंगलुरुएक्सप्रेस (12864) तेज रफ्तार से आती हुई रेलवे ट्रैक पर पड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां और मालगाड़ी के डिब्बे से काफी तेजी से टकरा गई. इस प्रकार एक साथ तीन ट्रेनें आपस में भिड़ी.
मलबे में अब भी फंसे है कई शव, बचाव कार्य जारी
वहीं हादसे के बाद से अबतक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अबतक 288 लोगों के मौत की पुष्टी हो चुकी है. बताया जा रहा है कि डिब्बों के मलबे में अभी भी कई शव फंसे हुए है. बचाव अभियान में सेना भी शामिल हुई है जो लगातार फंसे हुए लोगों को निकालने का काम कर रहे है. वहीं घायलों को शहर के कई अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज किया जा रहा है.
एक के बाद एक धमाकों जैसी सुनाई दी आवाज- स्थानीय
स्थानीय लोगों के मुताबिक, हादसे के समय जोरदार आवाजें सुनाई पड़ी थी मानों कोई जोरदार धमाका हो रहा हो. जब वे मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि तीन ट्रेनें डिरेल पड़ी थी और आसपास केवल स्टील-लोहे और अन्य कई धातु के बेतरतीब टूटे-फूटे ढेर पड़ा था. स्थानीयों ने बताया कि चारों तरफ से चीख-पुकार की आवाजें आ रही थी. मंजर काफी भयावाह और दर्दनाक था.