प्रशांत शर्मा/न्यूज 11 भारत
चतरा/डेस्क: इटखोरी पिछले 20 सालों के बाद इस वर्ष समय से पूर्व अच्छी बारिश हुई. जिसके कारण सावन महीने में हीं इटखोरी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों के किसान धान की खेती जमकर की. इसके बाद देवघर बोल बम के लिए निकल गए. ऐसा संयोग किसानों को 20 वर्षों के बाद मिला. जिससे किसान काफी खुश हैं. इससे पहले अच्छी बारिश नहीं होने के कारण विगत 20 सालों से किसान बढ़िया तरीके से धान की रोपाई नहीं कर पा रहे थे, जिसके कारण किसान मायूस रहते थे. मगर इस वर्ष इंद्र भगवान किसानों के प्रति मेहरबान हो गए और किसानों ने छुट्टे धान की फसल को पूर्ण तरीके से दोहराया है.
इस तरह से अच्छी बारिश के संयोग से किसान प्रसन्न हैं. यहां के किसान हाइब्रिड के कई किस्म के अपने-अपने खेतों में प्रारंभिक दौर में हुई बारिश में हीं बीज बो दिए थे. जो समय के अनुसार तैयार भी हो गया, जिस बिचड़े से किसान अपने-अपने खेतों में रोपाई कार्य कर ली. प्रगतिशील किसान मोहन दांगी और संजय दांगी ने बताया कि शुरुआती दौर में जिस तरह की बारिश से किसान खुश हुए हैं. इस तरह धान स्नान के लिए लगातार बारिश हो रही है. इससे हम लोगों के खेतों में लगे धान का फसल उत्तम होगा. मोहन एवं संजय ने आगे बताया कि मगर अफसोस की बात यह है कि ज्यादा बारिश होने के कारण हम लोगों को सब्जी, मकई, उरद, अरहर और घंघरी एवं बरई आदि की खेती प्रभावित हो गई है. इसमें किसानों के लिए बढ़िया संदेश यह है कि जिन किसानों का भदवा फसल का नुकसान हुआ है, वे किसान उस फसल की क्षतिपूर्ति के लिए बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा अगर कर लेते हैं, तो उन्हें बीमा की राशि आवश्यक रूप से मिलेगी. फिलहाल बीमा का कार्य शुरू भी हो गया है. इसलिए किसान अपने-अपने भदई फसल से संबंधित दस्तावेज अपने-अपने बीमा कराएं.