देश-विदेशPosted at: जुलाई 10, 2022 श्रावणी मेले में शिव गंगा का बदला रूप देख सकेंगे भक्त, पीएम की विशेष सौगात
12 जुलाई को बैजनाथ टेंपल कॉम्पलेक्स भक्तों को सौपेंगे पीएम मोदी

न्यूज11 भारत
रांची: अंतराष्ट्रीय श्रावणी मेला में शिव गंगा सरोवर भक्तों को बदला बदला से दिखेगा. भक्तों को बैजनाथ टेंपल कॉम्पलेक्स में कई सुविधाएं मिलेंगी. दो बड़े हॉल भक्तों के लिए नया बना है. शॉचालय और कपड़ा बदलने के लिए विशेष स्थान निर्धारित किए गए है. 12 जुलाई को बैजनाथ टेंपल कॉम्पलेक्स का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. मोदी के उद्घाटन के बाद से ही कॉम्पलेक्स की सुवधा देवघर आने वाले भक्तों को मिलने लगेगी. श्रावणी मेला में सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर आने वाले शिव भक्त शिव गंगा सरोवर में ही डुबकी लगाते है. शिवगंगा जल का एक छोटा सा तालाब है और पूल के इस पानी को पवित्र माना जाता है. मान्यता है कि इस पवित्र जल में स्नान से कई रोग ठीक हो जाते हैं. शिवगंगा, बैद्यनाथ मंदिर से 200 मीटर की दूरी पर स्थित है. शिवगंगा के पास एक छोटा सा शिव मंदिर भी है. हिन्दु पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव नें इस पूल को अपनी मुट्ठी जमीन में मारकर उत्पन्न किया था, जब उन्हें मूत्र करने के पश्चात अपने हाथ धोने के लिए पानी नहीं मिला. वह लंका गमन पर थे. वह अपने हाथों में शिवलिंग ले जाने से पहले अपने हाथों को शुद्ध करना चाहते थे.
105 किलोमीटर की सुल्तानगंज से देवघर की यात्रा कर जब कांवरिया शिवगंगा के तट पर पहुंचते हैं, तो सबसे पहले यहां स्नान कर पूजा पाठ करते हैं. फिर ये जल लेकर बाबा पर अर्पण करते हैं. इस तट पर पहुंचकर शिवभक्त पहले स्नान कर पुरोहितों से संकल्प कराकर मनोकामना मांगते हैं. उसके बाद ये बाबा भोले के दर्शन के लिए जाते है. यह शिवगंगा सरोवर बाबा मंदिर से उत्तर दिशा में 500 मीटर की दूरी पर स्थित है. शिव गंगा सरोवर का जल पाताल गंगा से आई है. इसलिए इस जल का खास महत्व है. इसमें नहाने से शरीर की कई बीमारियां दूर हो जाती है. भक्त इस शिवगंगा के जल को गंगाजल की तरह ही इस्तेमाल करते हैं. इसमें स्नान करना पुण्य की भागीदारी के बराबर होती है.