यह पर्व न केवल हमारे सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों को दर्शाता है, बल्कि महिलाओं के सम्मान और उनके समर्पण का प्रतीक भी है :डीसी
प्रशांत शर्मा / न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क : जिला उपायुक्त नैंसी सहाय ने अपने प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए, एक आदर्श धर्मपत्नी होने का भी फर्ज निभाया. तीज के शुभ अवसर पर उन्होंने पारंपरिक विधि-विधान से इस पवित्र पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाया. अपने हजारीबाग निवास पर पूरी विधि विधान के साथ पूजा संपन्न किया.उपायुक्त नैंसी सहाय प्रशासनिक कार्यों के लिए शहर में जानी जाती है, प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी उन्होंने तीज की रस्में पूरी की और समाज में महिलाओं की महत्ता और उनके योगदान को रेखांकित किया. उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र के प्रति प्रतिबद्धता और अपने पारिवारिक दायित्वों के प्रति समर्पण का अनूठा उदाहरण पेश किया. तीज पर्व पर नैंसी सहाय ने कहा की यह पर्व न केवल हमारे सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों को दर्शाता है, बल्कि महिलाओं के सम्मान और उनके समर्पण का प्रतीक भी है. यह हमारे लिए एक अवसर है कि हम अपने पारिवारिक दायित्वों के साथ-साथ अपने सामाजिक और प्रशासनिक कर्तव्यों को भी संतुलित रूप से निभाएं. तीज का यह पावन पर्व नारी शक्ति, उनके समर्पण और हमारे सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है. यह पर्व हमें सिखाता है कि हम अपने पारिवारिक दायित्वों को निभाते हुए समाज और राष्ट्र की सेवा में भी अपना योगदान दे सकते हैं. एक महिला के रूप में, मैं तीज को केवल एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में नहीं देखती, बल्कि इसे हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं, जैसे कि कर्तव्य और अधिकारों, के बीच संतुलन बनाने का अवसर मानती हूं. उन्होंने आगे कहा, प्रशासनिक दायित्वों के साथ पारिवारिक दायित्वों को निभाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह संभव है. मैं सभी महिलाओं को इस अवसर पर बधाई देती हूं और आह्वान करती हूं कि वे अपने जीवन में संतुलन बनाए रखें, चाहे वे जिस भी भूमिका में हों. इस अवसर पर उपायुक्त ने अपने प्रशासनिक कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित किया. उनके इस संतुलन पूर्ण कार्य ने सभी के समक्ष एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है.