प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जिले के सरौनी कला गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक पड़ोसी महिला द्वारा एक शादीशुदा महिला को भगाने का आरोप लगाया गया है. यह घटना 21 जून 2024 की है, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है, और इस मामले में पुलिस से हस्तक्षेप की मांग की है.
मामले की शुरुआत तब हुई जब बासुदेव राम, जो इस मामले के प्रमुख शिकायतकर्ता हैं, ने मुफस्सिल थाने में एक आवेदन दायर किया. उनके अनुसार, उनकी बहू सुदामा देवी, जो ओमप्रकाश राम की पत्नी है, को पड़ोसी महिला आरती देवी ने भगाया है. आरती देवी, जो राजेश राम की पत्नी हैं, पर आरोप है कि वह सुदामा को अपने साथ लेकर चली गई और साथ ही घर से 60 हजार रुपये और 20 भर चांदी के पायल भी ले गई घटना के दिन 21 जून को बासुदेव राम और उनका परिवार अपने समधन के घर बानादाग श्राद्धकर्म में गए थे. इस दौरान घर पर उनकी नतनी, मनीषा कुमारी, थी. मनीषा ने फोन करके बताया कि उसकी मामी, सुदामा देवी, घर में नहीं है. इस सूचना के बाद जब परिवार ने सुदामा के मायके से संपर्क किया, तो पता चला कि सुदामा की शादी 24 अप्रैल 2024 को किसी दूसरे व्यक्ति से हो चुकी है, और इस शादी में आरती देवी और उनके पति राजेश राम भी उपस्थित थे. ओमप्रकाश राम और सुदामा देवी की शादी 2020 में चतरा के प्रखंड गिद्धौर गांव पेक्सा में हुई थी.
शिकायतकर्ता बासुदेव राम ने कहा कि उनकी बहू सुदामा देवी अक्सर ससुराल में अधिक समय नहीं रहती थी. इस मामले ने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया है, और बासुदेव राम ने अपनी बहू को भगाने में आरती देवी की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए उस पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. जब आरती देवी से इस मामले पर पूछताछ की गई, तो उन्होंने कहा कि वह अपनी सहेली से मिलने गई थीं और इस घटना से उनका कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि, परिवार इस स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं है और सुदामा के लापता होने के पीछे आरती की संलिप्तता की जांच की मांग कर रहा है.
अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक कार्रवाई नहीं हुई है. बासुदेव राम और उनका परिवार न्याय के लिए अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं और चाहते हैं कि इस मामले की जांच करके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. यह मामला गांव में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग इसे एक गंभीर सामाजिक समस्या के रूप में देख रहे हैं. इससे परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है और उन्होंने गांव के अन्य लोगों से भी समर्थन की अपील की है. इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं, जिनका उत्तर तलाशने के लिए पुलिस की विस्तृत जांच की आवश्यकता है.