गौतम सिंह/न्यूज 11 भारत
बिरनी/डेस्क : देशभर में प्रस्तावित चार श्रम कोड बिल के खिलाफ हड़ताल को सफल बनाने के लिए भाकपा माले के प्रखण्ड सचिव शेखर सुमन के नेतृत्व में बिरनी प्रखंड के बरहमसिया चौक पर रांची-देवघर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया गया. इस दौरान सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई और आम जनजीवन प्रभावित हुआ.
यह आंदोलन झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण मजदूरों ने भाग लिया. प्रदर्शनकारियों ने मजदूर विरोधी चार लेबर कोड वापस लो, प्रवासी श्रमिकों के हित में केंद्रीय कानून बनाओ, निजी कंपनियों की स्थानीयता-आरक्षण नीति लागू करो, नाइजर में फंसे बगोदर के मजदूरों को वापस लाओ जैसे नारों से पूरे जाम स्थल को गुंजायमान कर दिया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माले प्रखंड सचिव शेखर सुमन ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि - न जाने इस धरती को किसकी बददुआ लग गई है कि मिट्टी की खुशबू ही गायब हो गई. गरीब-किसान के चेहरे से मुस्कान छीन ली गई है.
उन्होंने आगे कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने सुंदर संविधान दिया, लेकिन जब उसे चलाने वाले सुंदर नहीं होते, तो वह संविधान भी बेअसर हो जाता है. केंद्र सरकार लगातार श्रमिकों और मध्यमवर्गीय लोगों के खिलाफ कानून बना रही है,लेकिन भाकपा माले हमेशा से जनविरोधी कानून एवं नीतिओ का विरोध करती रही है. और हमेशा से करती रहेंगी.
वहीं पूर्व प्रमुख सीताराम सिंह ने भी मोदी सरकार की तीखी आलोचना करते हुए चारों श्रम कोड बिल को अविलंब वापस लेने की मांग की.इस विरोध प्रदर्शन में भाकपा माले कार्यकर्ताओं के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के भी कई नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए और उन्होंने मजदूर हितों के समर्थन में एकजुटता दिखाई. मौके पर प्रमुख रामु बैठा,बरमसिया पंचायत मुखिया विष्णुदेव प्रसाद वर्मा,विजय राय,मुंशी विश्कर्मा,राजेश विश्कर्मा,सीताराम पासवान, मुस्तकीम अंसारी, कैलाश यादव,सहदेव यादव समेत कई महिला पुरुष मजदूर उपस्थित रहे.