रांची : राजधानी के डुमरदगा स्थित बाल सुधार की बजाय बिगाड़ गृह बनता जा रहा है. यहां किशोर बंदियों को सुधारने के लिए रखा जाता है. मगर बंदियों को बिगड़ने का पूरा इंतजाम अंदर में उपलब्ध है. यहां रहने वाले बच्चे गांजा पीते हैं. मोबाइल का यूज कर बाहरी कांटेक्ट में भी रहते हैं. बीते दिनों दो गुट में हुई मारपीट के बाद भी यहां का प्रबंधन गंभीर नहीं हुआ. यही कारण है कि शनिवार को बाल सुधार गृह के आंतरिक प्रभारी कर्नल जेके सिंह के नेतृत्व में सदर थाना पुलिस की एक टीम ने रिमांड होम में छापेमारी में नशे का सामान के साथ मोबाइल सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं. पुलिस ने 03 मोबाइल, आठ चार्जर, धारधार कैंची एक, दो चाकू, पावर बैंक और ब्लू ट्रूथ के अलावा गांजा, चिलम, गुटखा, सिगरेट और खैनी बरामद किया गया.
फोन नंबर लिखी डायरी भी हुई बरामद
छापेमारी के दौरान पुलिस ने पाया कि बाल बंदियों ने आपत्तिजनक सामान को बाथरूम और कचरा आदि में छुपा रखा था. छापेमारी शुरू होते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया था. पुलिस ने मोबाइल नंबर लिखे कागज को भी ढूंढ रही थी. इस दौरान दो फोन नंबर लिखी डायरी मिली. जिसमें काफी नंबर लिखे मिले हैं.