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रांची/डेस्क: रांची के व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट कर की गई करीब 50 लाख की साइबर ठगी के मामले में सीआईडी साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए गुजरात से एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है. आरोपी के पास से 03 एटीम, 02 चेकबुक सहित कई अहम डिजिटल साक्ष्य भी मिले है.
डिजिटल अरेस्ट का एक सनसनीखेज मामला बीते दिनों सामने आया था जिसमें एक बुजुर्ग को तीन सौ करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में डिजिटल अरेस्ट कर साइबर अपराधियों ने करीब 50 लाख रुपए ठग लिए. वही इसे लेकर रांची के मोराबादी में रहनेवाले बुजुर्ग ने सीआईडी के साइबर सेल में शिकायत की. बुजुर्ग के द्वारा जो जानकारी सीआईडी को दी गई उसके अनुसार उन्हें व्हाट्सएप वीडियो काल किया गया था. और साइबर अपराधी पुलिस ड्रेस में था. वही इस दौरान उन्हें 300 करोड़ रुपए के घोटाले में गिरफ्तार करने को लेकर डराया गया. वही इसके साथ ही साइबर अपराधी खुद को केंद्रीय एजेंसी का भी अधिकारी बताते हुए उन्हें डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही और उनसे मोटी रकम बैंक खाते में ट्रांसफर कराई.
वही बुजुर्ग की शिकायत मिलने के बाद सीआईडी की साइबर सेल एक्टिव हुई और आरोपी को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपी रवि हसमुखलाल गोधनिया है आरोपी के पास से एक मोबाइल, 3 एटीएम कार्ड जब्त की गई है. तो वही साइबर अपराध की वारदात के समय जो व्हाट्सएप चैट पीड़ित के साथ हुआ वो मोबाइल भी साइबर अपराधी के पास से मिला है.
बहरहाल बता दें कि कभी भी कोई इंफोर्समेंट एजेंसी चाहे वो पुलिस या केंद्रीय एजेंसियां हो किसी को भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती. ऐसे में ज़रूरी है कि अगर ऐसा किसी के साथ ही तो 1930 या नजदीकी पुलिस से संपर्क करे.