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रांची/डेस्क: पुलिस बल पर जानलेवा हमला करने और सरकारी काम में बाधा डालने के मामले में पुलिस ने ही प्राथमिकी दर्ज कराया था, लेकिन आरोपियों पर लगे आरोप सिद्ध नहीं कर पाए. ट्रायल फेस कर रहे आरोपी शमशाद अंसारी, फिरोज अंसारी और मिराज अंसारी साक्ष्य के अभाव में बरी हुए. अपर न्याययुक्त संजीव झा की कोर्ट ने उन्हें बरी किया.
मामला 31 जनवरी 2023 की है. एक टाइटल शूट केस की जांच और पूछताछ के लिए रात्रि 10.30 बजे जगरनाथपुर थाना क्षेत्र के कचनार टोली निवासी नौशाद अंसारी के घर पुलिस पहुंची थी. पुलिस के द्वारा दरवाजा खोलने की आवाज देने पर नौशाद अंसारी , शमशाद अंसारी, फिरोज अंसारी,मेराज अंसारी और रुकसाना अंसारी घर से निकले और सभी ने पुलिस से उलझकर धक्का मुकी करने लगे.
इतना ही नहीं पुलिस को घेरकर मारपीट भी करने लगे. तभी एक पुलिस ने जोर से आवाज देते हुए कहा काम में बाधा नहीं डालने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी तो आरोपियों ने ईटा से हमला कर दिया था. जिससे अवर निरीक्षक ललन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे.