संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार रैली का उपेंद्र कुशवाहा ने दीप प्रज्वलित कर किया शुभारंभ
अमित कुमार/न्यूज11 भारत
रोहतास/डेस्कः- आगामी 30 मई को जिले के बिक्रमगंज में होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से पूर्व आरएलएम सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी ताकत दिखा दी है. रविवार को बिक्रमगंज के इंटर कॉलेज मैदान में उपेंद्र कुशवाहा ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया तथा संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार रैली में लोगों की भारी भीड़ को देखकर उपेंद्र कुशवाहा ने भी सभी लोगों का अभिवादन किया. रैली को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमारे संविधान में ऐसी व्यवस्था है कि जनगणना के उपरांत बढ़ी हुई आबादी के आधार पर क्षेत्रों की संख्या बढ़ती है. इससे पूर्व तीन बार जनगणना के उपरांत सभी राज्यों में विधानसभा एवं लोकसभा क्षेत्रों की संख्या संविधान के अनुकूल बढ़ाई गई है. हालांकि इमरजेंसी के समय इस प्रावधान को तत्कालीन सरकार द्वारा एक अमेंडमेंट लाकर 25 वर्षों के लिए रोक दिया गया और 2001 में भी इसे एक बार फिर अगले 25 वर्षों के लिए रोक दिया गया, लेकिन अब 2026 में इसकी समय सीमा खत्म हो रही है और पुराने प्रावधान के तहत नया परिसीमन होना है. अगर 2011 की जनगणना के आधार पर परिसीमन हो तो बिहार में लोकसभा क्षेत्रों की संख्या 40 की जगह 60 हो जाएगी और उसी तरह विधानसभा क्षेत्रों की संख्या भी बढ़ेगी. जिससे खास तौर पर पिछड़े वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा.
परिसीमन नहीं होने से बिहार-यूपी को हो रहा नुकसान
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि परिसीमन नहीं होने से बिहार, उत्तरप्रदेश सहित कई राज्यों को बहुत नुकसान हो रहा है. इससे राज्य एवं लोगों का नुकसान हो रहा है. अगर देखा जाए तो कई राज्यों में लगभग 10 लाख लोग एक सांसद का चुनाव करते हैं, लेकिन परिसीमन नहीं होने से बिहार जैसे राज्यों में लगभग 30 लाख लोग एक सांसद को चुनते हैं. हालांकि दक्षिण के कई राज्य परिसीमन का विरोध कर रहे हैं, लेकिन हमारी पार्टी ने अब फैसला लिया है कि इस नुकसान को रोकने के लिए किसी भी सीमा तक जाएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की तमाम पार्टियों को आगे आकर परिसीमन में सुधार के लिए आंदोलन करना चाहिए. अगर लोकसभा क्षेत्र की संख्या ज्यादा होगी तो अधिक से अधिक विकास की राशि क्षेत्र में आएगी, जिसका लाभ लोगों को मिलेगा. कार्यक्रम के दौरान संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष आलोक सिंह, जिला अध्यक्ष कपिल कुमार सहित पार्टी के कई प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे.