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धनबाद/डेस्क: नीरज हत्याकांड में फैसले को देखते हुए धनबाद पुलिस सुबह से सक्रिय थी. पूरा न्यायालय परिसर बुधवार को सुबह 10 बजे से छावनी में तब्दील था. एसएसपी प्रभात कुमार, सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, डीआरएम लॉ एंड आर्डर नौशाद आलम, डीएसपी ट्रैफिक अरविंद कुमार सिंह, सिंदरी डीएसपी आशुतोष सत्यम, साइबर डीएसपी संजीव कुमार सहित कई थाना प्रभारी सुरक्षा की बागडोर संभाले हुए थे, लेकिन शाम करीब 4.25 बजे जैसे ही सिंह मेंशन समर्थकों को संजीव सिंह के बरी होने की सूचना मिली समर्थक बेकाबू हो गए. मेंशन समर्थकों ने निषेधाज्ञा की धज्जियां उड़ा दीं.
सड़क पर उतर कर समर्थकों की भीड़ संजीव सिंह के पक्ष में नारेबाजी करने लगी. पुलिस ने समर्थकों को संभालने के लिए सख्ती बरती, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था. धक्का-मुक्की के बीच सड़क किनारे खड़ी दो सिटी हॉक्स बाइक भी गिर गई. फैसला आने से पूर्व समर्थकों को पुलिस जहां सड़क पर आने नहीं दे रही थी वहीं जजमेंट के बाद सभी सड़क पर उतर गए और न्यायालय से बरी होकर मेंशन लौट रहे संजीव सिंह के एंबुलेंस को घेर कर सभी नारेबाजी करने लगे. सभी संजीव के दीदार को उत्सुक थे. समर्थकों ने बीच सड़क पर झरिया विधायक रागिनी सिंह की कार को घेर कर खुशी का इजहार किया. फैसले से पहले रणधीर वर्मा चौक से डीआरएम मोड़ तक बेरिकेडिंग लगाकर पुलिस ने दो पहिया वाहन तक को रोक दिया था। दूसरे रास्तों से लोग स्टेशन और डीआरएम चौक गए.
एस्कार्ट के साथ कोर्ट पहुंचे जज, सुरक्षा घेरे में गए घर
नीरज हत्याकांड में फैसला सुनवाने वाले एमपी-एमएल कोर्ट के विशेष न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी को पुलिस की एस्कार्ट पार्टी की सुरक्षा में सुबह में धनबाद कोर्ट लाया गया था. जज के कोर्ट रूम और ऑफिस के बाहर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे. फैसले के फौरन बाद न्यायाधीश दुर्गेश चंद्र अवस्थी अदालत से उठ गए और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपने आवास चले गए. जेल में बंद आरोपी का रिलीज ऑर्डर को न्यायालय कर्मी ने उनके आवास पर जाकर हस्ताक्षर करवाया.
कोर्ट रूम में जाने से रोका तो अधिवक्ताओं ने किया हंगामा
बुधवार को कोर्ट परिसर में अकारण किसी को प्रवेश नहीं दिया गया. सिर्फ वकील ही कोर्ट परिसर के अंदर जा-आ रहे थे. हाईप्रोफाइल केस के फैसले का हर अधिवक्ता साक्षी बनना चाहते थे, लेकिन कोर्ट रूम में आरोपी और उनके अधिवक्ताओं के अलावा किसी को जाने की अनुमति नहीं थी. अन्य वकीलों ने कोर्ट रूम में जाने से रोकने पर दो बार हंगामा किया. वकीलों ने पुलिस कार्रवाई का जोरदार विरोध किया. हालांकि समझाने-बुझाने के बाद सभी शांत हो गए.
सिंह मेंशन और रघुकुल रहा सुरक्षा घेरे में
फैसले के मद्देनजर सरायढेला का इलाका भी पुलिस छावनी में तब्दील रहा. पुलिस जवानों को सिंह मेंशन और रघुकुल के बाहर भी तैनात किया गया था. शहर में जगह-जगह वाहनों की डिक्की की चेकिंग भी लगाई गई. गुरुवार को भी कोर्ट परिसर के साथ-साथ मेंशन और रघुकुल में सुरक्षा चाक-चौबंद रहेगी.