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बिहार/डेस्क: बिहार में एक बार फिर ट्रेन में लूटपाट की शर्मनाक घटना सामने आई है. इस बार अपराधियों ने हावड़ा से गोरखपुर जा रही पूर्वांचल एक्सप्रेस को निशाना बनाया और कई यात्रियों से नकदी व मोबाइल लूट लिए. घटना समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेलखंड के ढोली स्टेशन के पास शनिवार देर रात करीब 3 बजे की है.
वैक्यूम कर रोकी गई ट्रेन
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पूर्वांचल एक्सप्रेस को अपराधियों ने वैक्यूम कर आउटर सिग्नल पर 25 मिनट तक रोके रखा. इसी दौरान चार से पांच अपराधियों ने आधा दर्जन यात्रियों से लूटपाट की. दो यात्रियों से मोबाइल और कई से नकदी लूट ली गई. जब तक यात्री कुछ समझ पाते, अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर ट्रेन से कूदकर फरार हो गए.
शिकायत करने गए यात्रियों को डांटा गया
घटना के बाद जब ट्रेन मुजफ्फरपुर स्टेशन पहुंची तो पीड़ित यात्री जीआरपी थाने शिकायत करने पहुंचे. लेकिन आरोप है कि थानेदार व पुलिसकर्मियों ने न केवल उनकी शिकायत लेने से इनकार कर दिया, बल्कि डांट-फटकार कर भगा दिया. इस अपमान से आक्रोशित यात्रियों ने रेल मंत्रालय की हेल्पलाइन और पुलिस मुख्यालय को पत्र भेजकर अपनी आपबीती साझा की है.
रेल एसपी ने गठित की जांच टीम, मांगा स्पष्टीकरण
घटना को गंभीरता से लेते हुए रेल एसपी वीणा कुमारी ने मामले की जांच के लिए डीआईयू टीम गठित कर रिपोर्ट तलब की है. साथ ही जीआरपी के थानेदार रंजीत कुमार से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है. रेल एसपी ने कहा कि लापरवाही साबित होने पर कार्रवाई की जाएगी.
यात्रियों की सुरक्षा पर फिर उठा सवाल
यात्रियों ने आरोप लगाया कि जब ट्रेन लूट के वक्त ढोली स्टेशन के पास रुकी थी, तो न कोई सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचा और न ही लूट के बाद कोई त्वरित कार्रवाई हुई. जब यात्री विरोध में उतरे तो वैक्यूम ठीक कर ट्रेन को आगे बढ़ाया गया. यात्रियों ने कहा कि रेल पुलिस के रवैये से वे आहत हैं और ट्रेन यात्रा को अब असुरक्षित मान रहे हैं.
बढ़ती घटनाओं से डरे यात्री
गौरतलब है कि इससे पहले भुवनेश्वर-आनंद विहार दुरंतो एक्सप्रेस में भी लूट की वारदात हुई थी. अब पूर्वांचल एक्सप्रेस में हुई इस घटना ने एक बार फिर रेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यात्रियों ने मांग की है कि रेलवे को तत्काल सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.