न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो अमेरिका के न्यू जर्सी में बिहार-झारखंड एसोसिएशन ऑफ नार्थ अमेरिका (बिजाना) के स्वर्ण जयंती समारोह एवं ग्लोबल कॉनक्लेव 2025 में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारत की सांस्कृतिक विरासत अक्षुण्ण रखने एवं उसकी खुशबू बिखेरने में प्रवासी बिहारी–झारखंडी भाई महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. यह देखकर खुशी होती है कि झारखंड के लोगों ने भी अमेरिका में अपनी विशेष पहचान बनाई है.
भारत–अमेरिका संबंध को मजबूत बनाने में प्रवासियों की अहम भूमिका: सुदेश महतो
सुदेश महतो ने कहा कि भारत–अमेरिका संबंध को मजबूत बनाने में प्रवासियों की अहम भूमिका है. दोनों देशों के बीच व्यापार रिकॉर्ड 191 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जिससे अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन गया है. अमेरिकी कंपनियों ने अब भारत में 54 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने भारत की राजनीतिक और सैन्य प्रतिष्ठा को विश्व पटल पर स्थापित किया है. पाकिस्तान पोषित आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए भारत कमर कस चुका है.
सुदेश महतो ने उन्होंने समारोह के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी और कहा कि बिजाना के प्रयासों के प्रति उनका हमेशा सहयोग बना रहेगा. श्री महतो ने कहा कि बिजाना के कार्यक्रमों में उन्हें पहले भी भाग लेने का मौका मिला है.
’बिजाना’ में विश्व भर से अनेक नामी-गिरामी हस्तियों ने भाग लिया
प्रवासी भारतीयों की संस्था ’बिजाना’ के दो दिवसीय स्वर्ण जयंती समारोह में भारत और विश्व भर से अनेक नामी-गिरामी हस्तियों ने भाग लिया. गायक पद्मश्री कैलाश खैर ने अपने सुरों से समां बांधा. सुदेश महतो के अलावा विश्व बैंक के ग्लोबल निदेशक सरोज झा, सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार, आज तक की वरीय संपादक श्वेता सिंह, भोजपुरी फिल्म स्टार अक्षरा सिंह, संगीत निर्देशक विशाख ज्योति, प्रिंसटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर नीरज झा के आदि हस्तियों ने समारोह को यादगार बनाया. समारोह में अमेरिका के अलावा यूरोप से भी बिहार-झारखंड के प्रवासी भारतीय पहुंचे थे.
बिजाना के अध्यक्ष संजीव सिंह ने कहा कि बिजाना की स्थापना 1975 में की गई थी और यह बिहार एवं झारखंड की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने, युवा नेतृत्व एवं शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. बिजाना ने विश्व के साथ भारत के संबंधों एवं छवि को सुधारने की दिशा में भी एक सफल मंच साबित हुआ है. उन्होंने समारोह में शामिल होने के लिए अतिथियों का आभार व्यक्त किया.