प्रशांत/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: परदेस से कमाकर घर आया खैरा निवासी गौतम कुमार दास (23 वर्ष) पिता लोकनाथ रविदास काफी खुश था. अहमदाबाद से उसके घर खैरा आने से परिवार में उत्सव का माहौल था. लेकिन यह किसे पता था कि यह खुशी दूसरे दिन शुक्रवार को मातम में तब्दील हो जाएगी. गौतम को क्या पता था कि घर पर मौत इंतजार कर रही है. शुक्रवार को खैरा में बाइक की स्कूल बस से टक्कर में उसकी मौत हो गई. बाइक सवार उसके दो साथी महेश राम और अक्षय कुमार दास अस्पताल में अभी ईलाजरत हैं.
गौतम गुजरात के अहमदाबाद में पोकलेन मशीन चलाकर पूरे परिवार का जीविका चलाता था. वह अविवाहित था और घर का एकलौता कमाऊ सदस्य था. इसके पिता पैर से लाचार हैं. एक बहन की शादी हो गई है और दूसरी बहन की शादी तय हो चुकी है. परिवार से मिलने के उमंग में गौतम गुरूवार को प्रातः 10 बजे घर आया था. लेकिन इसे क्या पता कि इस बार घर पर मौत इसका इंतजार कर रही है. दूसरे दिन शुक्रवार दोपहर करीब ढाई बजे वह अपने दो दोस्तों के साथ बाइक से घर से महज तीन किमी की दूरी पर बेडमक्का गांव जा रहा था. रास्ते में यह हादसा हो गया. शनिवार को सदर अस्पताल हजारीबाग में पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को गांव लाया गया. शव से लिपटकर उसकी मां सबिता देवी, बहन और परिजन दहाड़ मार कर रो रहे थे. इस घटना से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है.