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सिमडेगा/डेस्कः- कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग, सिमडेगा द्वारा खरीफ बीज वितरण कार्यक्रम का आयोजन जिला कृषि कार्यालय परिसर, सिमडेगा में किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त कंचन सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला परिषद उपाध्यक्ष सोनी पैकरा एवं जिला परिषद सदस्य शांति बाला केरकेट्टा उपस्थित रहीं.
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई.
जिला कृषि पदाधिकारी मुनेंद्र दास ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि खरीफ बीज वितरण के तहत जिले के अग्रणी किसानों के बीच धान एवं मूंगफली के बीज वितरित किए जा रहे हैं. भारत सरकार द्वारा सिमडेगा जिले में 400 हेक्टेयर भूमि मूंगफली उत्पादन के लिए चयनित की गई है. इसके अंतर्गत ठेठईटांगर एवं सिमडेगा प्रखंड के सेवई लैम्पस के एफपीओ किसानों को बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मौसम की शुरुआत से पहले किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली धान बीज भी दी जा रही है.
कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सरकार द्वारा दी जा रही योजनाओं का लाभ उठाकर किसान अपने जीवन को सशक्त बनाएं और उत्पादन को बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि किसान केवल धान और मूंगफली तक सीमित न रहें, बल्कि तिलहन, दलहन एवं मडुवा जैसी फसलों का भी उत्पादन करें. उन्होंने बताया कि तिलहन एवं दलहन की बाजार में अच्छी कीमत मिलती है जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सकती है. मडुवा के स्वास्थ्य लाभों को बताते हुए उन्होंने कहा कि यह शुगर, डायबिटीज एवं ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों में अत्यंत लाभकारी है. इसके अलावा उन्होंने ‘तीसी’ के उत्पादन पर भी बल दिया और बताया कि एक चम्मच तीसी का सेवन हृदय रोग से बचाव करता है.
उपायुक्त ने कार्यक्रम में उपस्थित महिला किसानों से मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि प्राप्ति की जानकारी ली. लगभग 90% महिलाओं ने हाथ उठाकर बताया कि उन्हें योजना का लाभ मिल रहा है. उपायुक्त ने महिलाओं से प्रत्यक्ष संवाद कर योजना की राशि के उपयोग की जानकारी प्राप्त की. महिलाओं ने बताया कि वे इस राशि का उपयोग बच्चों की पढ़ाई, दवाइयों की खरीद एवं घरेलू खर्चों में कर रही हैं. उपायुक्त ने सुझाव दिया कि इस राशि से बची धनराशि को छोटे स्तर पर सब्जी उत्पादन, सिलाई मशीन की खरीद, मुर्गी पालन एवं छोटे-छोटे व्यवसाय जैसे दुकान या खाद्य सामग्री स्टॉल लगाकर स्व-रोजगार की दिशा में कदम बढ़ाएं. उन्होंने कहा कि सरकार से मिलने वाली 2500 रुपये की राशि को कैसे दो गुना, पांच गुना या दस गुना किया जा सकता है, इसके लिए विचार कर ठोस योजना बनाएं.
उपायुक्त ने किसानों को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सहायता योजना की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अगर परिवार में कोई सदस्य बीमार होकर अस्पताल में भर्ती होता है तो सरकार द्वारा 1000 से 10000 रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है. कैंसर एवं अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज हेतु अधिकतम 25000 रुपये तक की सहायता प्रदान की जाती है. उन्होंने किसानों से अपील की कि इस योजना की जानकारी अपने आस-पड़ोस के लोगों तक अवश्य पहुंचाएं.
उपायुक्त ने जिला कृषि पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में इस प्रकार के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों में अन्य विभागों की भी सहभागिता सुनिश्चित की जाए तथा योजनाओं से संबंधित स्टॉल लगाकर आम जनों को अधिक से अधिक जानकारी दी जाए. साथ ही, उन्होंने कृषि विभाग की सभी योजनाओं का प्रखंड स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए.
अंत में उपायुक्त ने महिला किसानों द्वारा उत्पादित सामग्रियों के लिए उचित बाजार उपलब्ध कराने एवं सही मूल्य दिलाने की आवश्यकता पर बल दिया.
कार्यक्रम के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि इस खरीफ बीज वितरण कार्यक्रम में 228 किसानों के बीच 608 किलोग्राम मूंगफली बीज एवं 20 किसानों के बीच 440 किलोग्राम धान बीज का वितरण किया गया.
कार्यक्रम में जिला मत्स्य पदाधिकारी सीमा टोप्पो, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी मो. दानिश मिराज, जिला सहकारिता पदाधिकारी आत्म अभय टोप्पो, जिला पशुपालन पदाधिकारी सहित बड़ी संख्या में किसान एवं अन्य लोग उपस्थित थे.