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रांची/डेस्क: शुक्रवार को ओड़िशा के पुरी में जगन्नाथ यात्रा शुरू हुई. हर साल के मुकाबले इतनी भीड़ हो गुई कि तीनों रथ को आगे बढ़ाने में मशक्कत करनी पड़ी. देवी सुभद्रा के रथ के आस पास शाम के वक्त इतनी भीड़ हो गई कि 600 से ज्यादा श्रद्धालु की तबियत बिगड़ गई. कुछ श्रद्धालु बेहोश हो गए तो कुछ कि तबियत बिगड़ गई. कई बेहोश हुए तो कुछ को मामूली चोटें आई. एम्बुलेंस से इन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. प्रशासन के अनुसार, 70 जिला अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें 9 की हालत गंभीर हैं.
आज फिर रथयात्रा
बता दें कि यात्रा के दौरान सबसे आगे बलभद्र रथ आधे रस्ते पहुंच पाया, वहीं देवी सुभद्रा का रथ केवल 750 मीटर ही पहुंच पाया और भगवान जगन्नाथ का नंदीघोष रथतो मंदिर के बाहर ही खड़ा हैं. उनका रथ एक मीटर ही खिसक पाया. तीनों रथों को रात के आठ बजे तक रोकने की घोषणा की गई. आज शनिवार को फिर से रथयात्रा शुरू होगी.
600 से अधिक लोगों की तबियत बिगड़ी
रथ यात्रा के रस्ते में पड़ने वाली एक मोड़ पर रथ को खींचने में काफी कठिनाई हुई, जिसके कारण जुलुस की गति धीमी हो गई. रथ के रुकने से मौके पर काफी ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो गई. प्रतिबाधित क्षेत्र में लोग बड़ी संख्या में घुस गए, जिससे रथों की सुचारू रूप से आवाजाही में और बाधा उत्पन्न हुई. सुरक्षा सूत्रों की और से जानकारी दी गई कि, उम्मीद से कहीं ज्यादा भीड़ उमड़ी, जिसको मैनेज करने में काफी चुनौतियां आईं. बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को इस अव्यवस्था के कारन चिकित्सा सहायता की जरुरत पड़ी, जिनमें से 600 से अधिक लोगों का पुरी मेडिकल कॉलेज में इलाज किया गया. ये सारी घटनाएं रथ खींचने के दौरान पुरे रथ यात्रा मार्ग पर हुई.