ट्विटर में ब्लू टिक (Blue Tick on Twitter) वाले कई अकाउंट आपने देखे होंगे. इन्हें वैरिफाइड अकाउंट (Verified Account on Twitter) कहा जाता है जो खास लोगों को दिया जाता है. ब्लू टिक इस बात का भी प्रमाण होता है कि ये अकाउंट असली हैं. अब एक अच्छी खबर आ रही है कि ट्विटर अगले साल से दोबारा ऐसे टिक देना शुरू करेगा.
कैसे मिल सकता है ये बैज
2021 से दोबारा शुरू होगा ये प्रोसेस सोशल मीडिया प्लेटफार्म Twitter अगले साल यानी 2021 से Blue sign verification फिर से शुरू करेग, इसके तहत सक्रिय और प्रामाणिक यूजर्स के खाते को ‘ब्लू टिक’ दिया जाता है. बताते चलें कि सोशल वेरिफिकेशन के इस काम पर तीन साल पहले रोक लगा दी थी. कई लोगों ने आरोप लगाया था कि यह मनमाना और भ्रमित करने वाला है. 8 दिसंबर तक दें Feedback माइक्रोब्लॉगिंग मंच अब प्रक्रिया को फिर से शुरू कर रहा है और जनता से 24 नवंबर से 8 दिसंबर 2020 तक अपनी नई सत्यापन नीति के मसौदे पर प्रतिक्रिया देने के लिए कह रहा है.
यह है तरीका
ब्लॉग में कहा गया है कि इस नीति के आधार पर भविष्य में सुधार किए जाएंगे कि सत्यापन का मतलब क्या है, सत्यापन के लिए कौन योग्य है और ज्यादा न्यायसंगत प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए क्यों कुछ खाते सत्यापन खो सकते हैं. Verification दोबारा से होगा Twitter ने कहा कि हम 2021 की शुरुआत में एक नई सार्वजनिक आवेदन प्रक्रिया के साथ सत्यापन को फिर से शुरू करने की योजना बना रहे हैं. प्रस्तावित नीति के अनुसार Twitter पर ‘ब्लू वेरिफाइड बैज’ (Blue Verified badge) लोगों को बताता है कि यह सार्वजनिक हित का एक प्रामाणिक खाता है.
इन्हें मिलता है ब्लू टिक
Twitter ने कहा कि ब्लू टिक पाने के लिए खाता ‘उल्लेखनीय और सक्रिय’ होना जरूरी है. इसके तहत ट्विटर ने 6 तरह के खातों की पहचान की है, जिसमें 1) सरकार 2) कंपनियां, ब्रांड और गैर-लाभकारी संगठन 3) समाचार 4) मनोरंजन 5) खेल 6) सामाजिक कार्यकर्ता, आयोजक और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं. इसका रखें ध्यान Twitter हैंडल पर यूजर्स का नाम असली होना चाहिए. मोबाइल नंबर Twitter से वेरिफाइड होना चाहिए. अकाउंट में भरी गई डिटेल और ई-मेल एड्रेस एकदम सही होना चाहिए. Twitter Profile Twitter अकाउंट पर यूजर्स की तस्वीर असली होनी चाहिए. Date of Birth एकदम सही होनी चाहिए. इसके अलावा प्राइवेसी सेटिंग में ट्वीट पब्लिक होना चाहिए. ब्लू टिक के लिए यूजर्स को पहचान पत्र या Aadhaar कार्ड की स्कैन कॉपी की भी जरूरत पड़ती है.