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रांची/डेस्क: 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है और इस साल का संदेश साफ है- ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करवाएं और खुद को फिट रखें. हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन आज दुनिया की सबसे खतरनाक बीमारियों में गिना जाता है, जिसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता हैं. इसकी एक बड़ी वजह है हाई कोलेस्ट्रॉल, जो बिना शोर-शराबे के दिल पर भार बढ़ा देता हैं.
हाई कोलेस्ट्रॉल से कैसे बढ़ता है बीपी?
जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) बढ़ जाता है तो यह धीरे-धीरे ब्लड वेसल्स की दीवारों पर जमने लगता है, जिससे नलिकाएं संकरी और कठोर हो जाती हैं. इस वजह से दिल को खून पंप करने में ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता हैं. यही स्थिति धीरे-धीरे हाइपरटेंशन का रूप ले लेती हैं.
कैसे रखें कोलेस्ट्रॉल और बीपी को कंट्रोल?
- हेल्दी डाइट अपनाएं: ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीजें जैसे मछली, अलसी के बीज, अखरोट खाएं. इसके अलावा तले-भुने, प्रोसेस्ड फूड, घी, मक्खन से दूरी बनाएं. साबुत अनाज, हरी सब्जियां, फल और फाइबर को डाइट का हिस्सा बनाएं.
- एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं: रोजाना 30 मिनट वॉक, योग, साइकलिंग या स्विमिंग करें. इससे अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ेगा और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) घटेगा.
- स्मोकिंग और शराब से बचें: ये दोनों चीजें न सिर्फ कोलेस्ट्रॉल को बिगाड़ती है बल्कि बीपी बढ़ने का भी बड़ा कारण हैं.
- स्ट्रेस को कहें टाटा: मेडिटेशन, संगीत या मनपसंद एक्टिविटी से स्ट्रेस मैनेजमेंट करें.
- समय पर जांच और दवा जरुरी: अगर लाइफस्टाइल सुधार के बाद भी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में न आए तो डॉक्टर की सलाह से दवा लें. लेकिन याद रखें, दवा के साथ हेल्दी लाइफस्टाइल भी जरुरी हैं.
क्यों मनाते है वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे?
इस दिन का मकसद है लोगों को हाई बीपी के खतरों से आगाह करना. शुरुआत में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते लेकिन यह धीरे-धीरे दिल, दिमाग, किडनी और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता हैं. इस दिन फ्री बीपी चेकअप कैंप, सेमिनार, वॉकथॉन और सोशल मीडिया कैंपेन के जरिए लोगों को जागरूक किया जाता हैं.