राजेश कुमार/न्यूज़11 भारत
बोकारो थर्मल/डेस्क: डीवीसी बोकारो थर्मल में सीएसआर की ओर से विकसित भारत हेतु कौशल विकास में महिलाओं की भूमिका विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में गोविंदपुर डी पंचायत की मुखिया चंदना मिश्रा एवं मुख्य अतिथि के रूप में डिग्री कॉलेज बोकारो थर्मल के प्राचार्य प्रो जीपी सिंह उपस्थित थे.
कार्यशाला में डीवीसी सीएसआर के उप प्रबंधक मनीष चौधरी, सीएसआर के कर्मी भैरव महतो, प्रशिक्षिका सुष्मिता समेत अन्य उपस्थित थे.मुख्य वक्ता चंदना मिश्रा ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में महिलाओं को सशक्त करना आवश्यक है.उन्होंने कहा कि पुरुष काम से छुट्टी लेकर घर लौटता है, लेकिन महिला घर और काम दोनों में अपनी जिम्मेदारी निभाती है.एक लड़की के शिक्षित होने से दो परिवार शिक्षित और विकसित होते हैं. जब भी हम बड़े अधिकारी, पुलिस या सेना के पद की कल्पना करते हैं, तो पुरुषों का नाम ही दिमाग में आता है. महिलाओं को लेकर इस विचारधारा को बदलना होगा और उनकी बाध्यताओं को दूर करना होगा. तभी हम सशक्त नारी शक्ति का निर्माण कर सकेंगे.
डीवीसी सीएसआर के उपमहाप्रबंधक मनीष चौधरी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि केवल सिलाई को ही अंतिम लक्ष्य न मानें. कौशल विकास की पहली सीढ़ी शिक्षा है. शिक्षित होकर ही महिलाएं अपने सपनों को साकार कर सकती हैं और समाज में अपनी पहचान बना सकती हैं.कार्यशाला में प्रशिक्षिका सुष्मिता ने महिलाओं को विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों की जानकारी दी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया. मौके पर बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं और उन्होंने कार्यशाला से जुड़कर कौशल विकास के महत्व को समझा.