श्यामानंद सिह/न्यूज 11 भारत
बिहार/डेस्क: देशभर की केंद्रीय ट्रेड यूनियन ऐक्टू, एटक, सीटू, सेवा और इंटक के आह्वान पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत उत्तर प्रदेश के श्रम संसाधन विभाग परिसर स्थित उपश्रमायुक्त कार्यालय पर मजदूर संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया. जिसमें बड़ी संख्या में ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस संयुक्त प्रदर्शन का उद्देश्य श्रमिकों के अधिकारों की सुरक्षा न्यूनतम वेतन की गारंटी असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा और ठेका प्रथा के उन्मूलन जैसी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाना था. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लगातार महंगाई, निजीकरण और श्रम कानूनों में संशोधन के कारण मजदूरों की स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे ऐक्टू के राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त ने कहा कि सरकार कॉर्पोरेट हितों के आगे झुक चुकी है और मजदूरों की आवाज को नजरअंदाज किया जा रहा है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि सरकार श्रमिक विरोधी नीतियों को वापस नहीं लेती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और मजदूर प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों का ज्ञापन उपश्रमायुक्त को सौंपा सभी संगठनों ने एकजुट होकर मजदूरों के हक की लड़ाई को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई.