न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः धनबाद जिला देश की कोयला राजधानी के रूप में भी जाना जाता है. यहां कोयले की कई खदानें हैं. इसके पास ही बोकारो जिले में मशहूर स्टील प्लांट है. धनबाद लोकसभा क्षेत्र में धनबाद के 4 विधानसभा क्षेत्र सिंदरी, निरसा, धनबाद और झरिया आते हैं. वहीं बोकारो के 2 विधानसभा क्षेत्र चंदनक्यारी और बोकारो भी इसी लोकसभा क्षेत्र में आते हैं.
धनबाद लोकसभा पर बीजेपी ने 7 बार दर्ज की है जीत
बता दें, धनबाद लोकसभा क्षेत्र बीजेपी का गढ़ माना जाता है. पिछले तीन टर्म से बीजेपी के सांसद पीएन सिंह इस सीट से लोकसभा सदस्य रहे हैं. धनबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी ने 7 बार जीत दर्ज की है इस लोकसभा सीट की एक खासियत यह भी है कि यहां पर हमेशा फॉरवर्ड जाति के प्रत्याशी जीतते आए हैं. खास बात ये भी है कि 2014 में जब पीएन सिंह यहां से सांसद बने तो उन्होंने पूरे झारखंड में सबसे ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी. इस लोकसभा सीट पर बीजेपी साल 1991 से लगातार जीत हासिल करते आई है.
2009 के बाद कांग्रेस ने हर बार बदला है अपना प्रत्याशी
हालांकि इस बीच सिर्फ 2004 में इस सीट पर कांग्रेस के चंद्रशेखर दुबे ने जीत हासिल की थी. यह सीट 1952 में अस्तित्व में आई थी. बात करें इस सीट पर कांग्रेस पार्टी की तो कांग्रेस ने साल 2009 के बाद हर बार अपना प्रत्याशी बदले हें. वहीं इस बार कांग्रेस ने अनुपमा सिंह पर अपना दांव खेला है, धनबाद लोकसभा में इस बार 25 उम्मीदवारों के बीच जंग छिड़ी हुई है. पर मुख्य मुकाबला बाघमारा के बीजेपी विधायक ढुल्लू महतो और बेरमो के कांग्रेस विधायक जयमंगल सिंह की पत्नी अनुपमा सिंह के बीच है. एसटी, एससी, मुस्लिम और सवर्ण वोटर के दबदबे वाले धनबाद लोकसभा में तीन लाख से ज्यादा आदिवासी वोटर हैं.
धनबाद लोकसभा क्षेत्र में आते हैं 6 विधानसभा सीट
2019 के लोकसभा के बाद हुए विधानसभा चुनाव में धनबाद की छह में से 5 विधानसभा सीट पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया था. 22 लाख वोटर के साथ झारखंड की सबसे बड़ी धनबाद लोकसभा के बोकारो विधानसभा में सबसे ज्यादा 5.6 लाख वोटर हैं. दूसरे नंबर पर धनबाद में 4.4 लाख और निरसा और सिंदरी में 3-3 लाख वोटर हैं. यहां नौकरी और व्यवसाय के लिए बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से आकर बसे 60-65 फीसदी शहरी वोटर ही हमेशा प्रभावी होते हैं. यहां शुरु से कोयला क्षेत्र से जुड़े मजदूर यूनियन और नेताओं का दबदबा रहा है.
इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों के सामने अपनो से निपटना बड़ी चुनौती है. वोटर्स की बात करें तो इस सीट पर 22 लाख 85 हजार 237 मतदाता वाले क्षेत्र में पुरुष वोटर्स की संख्या 11 लाख 81 हजार 197 और महिला मतदाता 10 लाख 73 हजार 170 हैं. वहीं लोकसभा चुनाव के लिए 6 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 2539 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.