न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: शराब के शौकीन अक्सर बार, पब या किसी महफिल में कांच के गिलास में अपनी पसंदीदा ड्रिंक का आनंद लेते है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि शराब सिर्फ कांच के गिलास में ही क्यों सर्व की जाती हैं? क्या यह सिर्फ एक परंपरा है या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण छिपा हुआ हैं?
शराब का स्वाद सिर्फ उसके घूंट से नहीं बल्कि पूरे अनुभव से जुड़ा होता हीन. वाइन एक्सपर्ट्स का कहना है कि कांच के गिलास का चुनाव इसलिए किया जाता है क्योंकि हमारी सबसे शक्तिशाली इंद्रिय यानी हमारी आंखें खाने-पीने के स्वाद को महसूस करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. पीने वाले लोग सिर्फ शराब का स्वाद नहीं बल्कि उसका रंग और बनावट भी महसूस करते हैं. कांच के गिलास से शराब को देखने से स्वाद का अनुभव और भी गहरा हो जाता हैं.
आखिर क्यों प्लास्टिक और स्टील के गिलास में नहीं होता सर्व?
प्लास्टिक या स्टील के गिलास में शराब पीने से यह अनुभव अधूरा सा लगता हैं. इनमें से न तो शराब का रंग ठीक से दिखता है और न ही बनावट ठीक से स्पष्ट हो पाता हैं. इसका मतलब यह नहीं कि स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल असर पड़ेगा बल्कि इसका मतलब यह है कि आप शराब का अच्छे से पूरा अनुभव नहीं ले पा रहे होते हैं. जैसे कि आंखों पर पट्टी बांधकर खाना खाने का अनुभव, ठीक वैसे ही इन गिलासों में शराब का स्वाद उतना प्रभावी नहीं होता हैं.
महक और स्वाद पर असर
इसके अलावा स्टील के गिलास में धातु की महक भी आ सकती है, जो शराब के स्वाद को प्रभावित कर सकती हैं.कांच के गिलास में ऐसा कोई जोखिम नहीं होता क्योंकि यह पूरी तरह से गंधहीन होता हैं. यही कारण है कि कांच का गिलास शराब के पूरे अनुभव को बरकरार रखता हैं.कांच के गिलास में शराब सर्व करना केवल एक परंपरा नहीं बल्कि यह एक वैज्ञानिक कारण से जुड़ा हुआ हैं. अगर आप शराब का असली स्वाद और अनुभव चाहते है तो कांच का गिलास हमेशा आपकी पहली पसंद होना चाहिए. अगली बार जब आप अपनी पसंदीदा ड्रिंक का आनंद लें तो ध्यान रखें कि यह न सिर्फ एक पेय बल्कि एक इंद्रिय अनुभव भी हैं.