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रांची/डेस्कः रिम्स में जूनियर डॉक्टर के साथ छेड़खानी मामले में होमगार्ड की दो महिला सुरक्षा कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. स्किन डिपार्टमेंट के तीसरे तल्ले पर मंगलवार को रात 8:00 बजे जूनियर डॉक्टर के साथ अज्ञात युवकों ने छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी. इस पर पीड़िता द्वारा विरोध करने पर आरोपी मौके से फरार हो गया, हालांकि तब होमगार्ड की महिला जवान गैरमौजूद थी. फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, तलाश जारी है.
जूनियर डॉक्टर से छेड़खानी के बाद रिम्स में काम कर रहीं महिला डॉक्टरों में डर का माहौल है. छेड़खानी की घटना को शर्मनाक बताते हुए डॉक्टर स्नेहा ने बताया कि जब जूनियर डॉक्टर ने शोर मचाया, तब भी कोई सुरक्षा गार्ड मदद के लिए नहीं आया. उन्होंने यह भी बताया कि रिम्स की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर है और यहां के कई सीसीटीवी कैमरे काम नहीं करते. डॉ स्नेहा ने कहा कि रिम्स में जब महिला डॉक्टर ही सुरक्षित नहीं है तो वह मरीजों का कैसे ध्यान रख पाएंगे.
लापरवाही बरतने पर दो महिला होमगार्ड जवान निलंबित
इस मामले में रिम्स प्रशासन ने लापरवाही बरतने पर दो महिला होमगार्ड जवानों को निलंबित कर दिया है. रिम्स के अपर अधीक्षक डॉ. शैलेश त्रिपाठी ने बताया कि यह घटना बेहद गंभीर है और सुरक्षा व्यवस्था में चूक की वजह से यह हुआ. उन्होंने कहा कि अब अस्पताल परिसर में गश्ती बढ़ा दी गई है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है.
जांच के लिए बनाई गई एक समिति: डॉ राजकुमार
वहीं रिम्स निदेशक डॉ. राजकुमार ने कहा कि यह घटना बेहद दुखद है. उन्होंने इसकी कड़ी निंदा करते हुए बताया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए एक समिति बनाई गई है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि रिम्स में 1100 नए सीसीटीवी कैमरे लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है. जल्द ही इन कैमरों को इंस्टॉल किया जाएगा.
इधर महिला होमगार्डों का कहना है कि वे अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाती हैं और कुछ लोगों की गलती की सजा सबको नहीं मिलनी चाहिए. लेकिन उन्होंने यह भी माना कि डॉक्टरों क सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. गौरतलब है कि इस मामले में बरियातू थाना में एफआईआर दर्ज की गई है और आरोपी की तलाश जारी है. रिम्स प्रबंधन और पुलिस प्रशासन ने आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिलाया है. वहीं रिम्स निदेशक ने पीड़िता को न्याय दिलाने की भी बात कही है. अब देखना यह कि इस तरह की घटना पर कब तक लगाम लग पाता है.