अमित दत्ता/न्यूज11 भारत
बुंडू/डेस्कः राहे प्रखंड के बारूडीह गांव में तीन दिवसीय भव्य अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया है. इसमें पांच परगना क्षेत्र के कीर्तन मंडलियां शामिल हुई हैं, जो निरंतर राधा-कृष्ण के भजनों से वातावरण को भक्तिमय बना रही हैं.
इस पावन अवसर के अंतिम दिन पर कुरमाली भाषा और संस्कृति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं शिक्षाविद् डॉ. राजाराम महतो, जो भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की राष्ट्रीय पुस्तकालय सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं, अपने पैतृक गांव बारूडीह पहुंचे. उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण का दर्शन कर पूजा-अर्चना की और कीर्तन मंडलियों के साथ झाल बजाते हुए भक्ति रस में सराबोर हो गए.
डॉ. महतो की उपस्थिति से श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिला. कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया और कराधा-कृष्ण की महिमा का गुणगान करते हुए कीर्तन का आनंद लिया. यह आयोजन न सिर्फ धार्मिक भावना का प्रतीक बना, बल्कि स्थानीय भाषा, संस्कृति और परंपरा को भी जीवंत रूप से प्रस्तुत करने का एक प्रेरणादायक प्रयास रहा.
इस विशेष मौके पर सिदाम महतो, गणेश राम महतो, कुलदीप महतो, कपिल महतो, प्रभात महतो,विशंबर महतो, जितेंद्र महतो, लम्बोदर महतो, मृत्युंजय महतो, त्रिभुवन महतो, राकेश महतो , सुरेश महतो, बसंत महतो, धीरेन महतो, ऋषिकेश महतो, विद्याधर महतो, दिनेश महतो, परेश महतो के अलावा ग्रामीण वासियों का अभूतपूर्व योगदान रहा.