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रांची/डेस्क: शराब नीति में बदलाव की दिशा में काम कर रहे उत्पाद विभाग को अब नई नीति लागू करने में लगभग दो से ढाई महीने का और समय लग सकता है. पहले इसे 1 जुलाई से लागू करने की योजना थी, लेकिन विभाग में मैनपावर की कमी और अन्य प्रशासनिक कारणों से इसे फिलहाल टालना पड़ रहा है.
शराब घोटाले की जांच भी बनी देरी की वजह
वर्तमान में चल रही कथित शराब घोटाले की एसीबी जांच भी नई नीति को समय पर लागू करने में बाधा बन रही है. अधिकारियों की कमी और जांच से जुड़े पेच भी प्रक्रिया को धीमा कर रहे हैं.
1 जुलाई तक सरकार खुद बेचेगी शराब
जब तक नई नीति लागू नहीं होती, तब तक राज्य सरकार खुद खुदरा शराब बिक्री की व्यवस्था संभालेगी.
प्लेसमेंट एजेंसियों के साथ अनुबंध होंगे समाप्त
विभाग ने तय किया है कि 1 जुलाई से पहले प्लेसमेंट एजेंसियों के साथ चल रहे समझौते समाप्त कर दिए जाएंगे. एजेंसियों को बकाया भुगतान के लिए जून तक का समय दिया गया है.
बकाया भुगतान को लेकर विभाग सख्त
विभागीय मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने प्लेसमेंट एजेंसियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि बकाया राशि की वसूली हर हाल में की जाएगी. विभाग की ओर से सभी एजेंसियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया गया है कि जून के अंत तक भुगतान नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
60 करोड़ रुपये का बकाया शॉर्टफॉल
विभाग के अनुसार, प्लेसमेंट एजेंसियों पर लगभग 60 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है. विभाग ने यह भी कहा है कि जो भी बकाया एजेंसियों का बनता है, वह उन्हें दिया जाएगा, लेकिन पहले विभाग का पैसा चुकाया जाना जरूरी है.