झारखंडPosted at: जुलाई 04, 2025 पश्चिम सिंहभूम के सारंडा के घने जंगल में पिछले एक सप्ताह से घायल हाथी को वन विभाग ने ट्रेस कर लिया
मेडिकल टीम की मौजूदगी में हाथी को दी गयी दवा

न्यूज 11 भारत
मनोहरपुर/डेस्क: पश्चिम सिंहभूम के सारंडा के घने जंगल में पिछले एक सप्ताह से घायल हाथी को वन विभाग ने ट्रेस कर निकाल लिया है. इस दौरान अधिकारी और मेडिकल टीम की मौजूदगी में शुक्रवार को हाथी को दवा खिलाई गई. साथ ही शनिवार को उसका इलाज किया जाएगा.मनोहरपुर के वन विश्रामागार में पत्रकारों से बातचीत में सारंडा प्रमंडल के डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने कहा कि घायल हाथी को सारंडा के एक नाला के समीप से ट्रेस कर लिया गया है. वहां पर वर्तमान में चाईबासा के अलावा राउरकेला और क्योंझर की वेटनरी टीम मौके पर मौजूद है. घायल हाथी को अभी प्राथमिक उपचार कर दवाई दिया गया हैं. हाथी का विधिवत इलाज शनिवार को शुरू किया जाएगा. इसके लिए गुजरात के वनतारा से आ रही विश्व की सबसे बड़ी रेस्क्यू टीम का इंतिजार किया जा रहा है. जो शुक्रवार देर शाम तक यहां पहुंचेगी. उन्होंने हाथी के घायल होने के कारणों के बारे में कहा कि मेडिकल जांच के बाद ही हाथी के घायल होने के कारणों का खुलासा होगा. हालांकि उन्होंने आईईडी विस्फोट की संभावना से भी इंकार नहीं किया. एक ही बार हाथी को किया जा सकता है ट्रेंकुलाइज
डीएफओ ने बताया कि आज वनतारा की टीम के आने का इंतजार किया जा रहा है. ट्रेंकुलाइज के सवाल पर उन्होंने कहा कि नियम के तहत हाथी को एक ही बार ट्रेंकुलाइज किया जाता है. हाथी अभी नाला के किनारे है और उसकी हालत गंभीर है. साथ ही हाथी अभी भी उग्र है अतः वहां उसे ट्रेंकुलाइज करना थोड़ा कठिन है. वनतारा की टीम के नए के बाद ट्रेंकुलाइज करने के बाद ही उसका विधिवत इलाज किया जाएगा. इधर विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार हाथी काफी कमजोर हो गया है. उसका पिछला बायां पैर बुरी तरह से जख्मी है और उसके पैर से मवाद और खून का रिसाव भी हो रहा है. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हाथी आईईडी की चपेट में आने से घायल हुआ है या इसके पीछे कुछ और कारण है.
यह भी पढ़ें: तम्बाकू उत्पादों को लेकर बोकारो उपायुक्त के आदेश पर चलाया गया जांच अभियान