बसंत कुमार साहू/न्यूज11 भारत
सरायकेला/डेस्क: सरायकेला-खरसावां जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की कक्षा 10वीं उत्तीर्ण छात्राओं के लिए करियर काउंसलिंग सह सेमिनार कार्यक्रम का आयोजन नगर भवन सभागार, सरायकेला में किया गया. इस अवसर पर जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा, जिला खेल पदाधिकारी अमित कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जगन्नाथ हेंब्रम, करियर काउंसलिंग विशेषज्ञ, सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बीआरपी-सीआरपी, कस्तूरबा विद्यालयों की वार्डन, तथा अभिभावकगण उपस्थित रहे.
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं को उनकी अभिरुचि के अनुसार उचित विषय चयन एवं भविष्य की करियर योजना हेतु मार्गदर्शन प्रदान करना था. साथ ही विज्ञान एवं वाणिज्य जैसे विषयों की ओर प्रेरित कर इन क्षेत्रों में उपलब्ध संभावनाओं से उन्हें परिचित कराना भी इसका प्रमुख उद्देश्य रहा.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त नीतीश कुमार सिंह ने छात्राओं से सीधा संवाद स्थापित करते हुए कहा कि विषय चयन जीवन की दिशा निर्धारित करता है, अतः यह निर्णय आत्मविश्लेषण, रुचि और दीर्घकालिक सोच के आधार पर लिया जाना चाहिए. उन्होंने छात्राओं से यह भी जाना कि वे किस क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हैं, और उस दिशा में कौन-से विषय, परीक्षाएं एवं संस्थान महत्वपूर्ण हो सकते हैं, इसकी जानकारी साझा की.
उन्होंने कहा कि विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी — तीनों ही विषयों में उज्ज्वल संभावनाएं हैं, और छात्राओं को किसी सामाजिक या पारिवारिक दबाव के बजाय आत्मनिर्भरता और रुचि को प्राथमिकता देनी चाहिए.
उपायुक्त ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी बेटियों के साथ मित्रवत व्यवहार रखते हुए उनके झुकाव और क्षमता को समझें, उनकी बातों को सुनें और उन्हें बिना किसी दबाव के उचित मार्गदर्शन दें. उन्होंने कहा कि “अच्छे अभिभावक वही होते हैं जो बच्चों के साथ संवाद बनाए रखते हैं और उन्हें भय के वातावरण में नहीं, बल्कि सहयोग के वातावरण में आगे बढ़ने देते हैं.”
उप विकास आयुक्त आशीष अग्रवाल ने भी छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विषय चयन में परिवार या समाज के दबाव की बजाय आत्मरुचि को प्राथमिकता दें. उन्होंने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए छात्राओं को प्रेरित किया.
वहीं चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. जगन्नाथ हेंब्रम ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में उपलब्ध करियर विकल्पों, आवश्यक विषयों, प्रमुख परीक्षाओं तथा राज्य एवं देशभर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों की जानकारी दी.
कार्यक्रम में उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा एवं विशेषज्ञ काउंसलर्स ने छात्राओं को विज्ञान, वाणिज्य एवं मानविकी विषयों से संबंधित विभिन्न करियर विकल्पों की विस्तृत जानकारी दी, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ अपने भविष्य की योजना बना सकें.
इसके साथ ही, माहवारी एवं उससे जुड़ी रूढ़िवादी धारणाओं को तोड़ने पर भी चर्चा की गई. छात्राओं को इस विषय में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने तथा समाज में भी जागरूकता फैलाने हेतु प्रेरित किया गया.