अमित दत्ता/न्यूज 11 भारत
रांची/डेस्क: बुंडू रेफरल अस्पताल में सोमवार को ओपीडी ड्यूटी के दौरान डॉक्टर नीतीश कुमार पटेल के साथ हुई मारपीट की घटना अब गंभीर रूप ले चुकी है. घटना के विरोध में अस्पताल की ओपीडी सेवाएं ठप कर दी गई थीं, जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
बुधवार को इस प्रकरण पर अनुमंडल पदाधिकारी किस्टो कुमार बेसरा की अध्यक्षता में अस्पताल प्रबंधन एवं डॉक्टरों के साथ एक अहम बैठक आयोजित की गई. बैठक में पीड़ित डॉक्टर ने घटना की पूरी जानकारी दी, वहीं अन्य चिकित्सकों ने भी अस्पताल में लंबे समय से चली आ रही सुरक्षा संबंधित समस्याओं को खुलकर सामने रखा.
अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. दिलीप कुमार पासवान ने घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है. पूर्व में भी कई डॉक्टरों और नर्सों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे कई चिकित्सकों को तबादले तक करा लिए हैं. उन्होंने बताया कि सीमित संसाधनों के बावजूद दो स्थानों से ओपीडी सेवाएं चलाई जा रही थीं, लेकिन चिकित्सकों के साथ दुर्व्यवहार के कारण सेवाएं बाधित हो रही हैं.
एसडीओ किस्टो कुमार बेसरा ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा, “घटना की निष्पक्ष जांच के लिए एक समिति गठित की जा रही है, जो पूरी रिपोर्ट विभाग को सौंपेगी. दोषियों पर विधिसम्मत कार्रवाई होगी.”
डीएसपी ओम प्रकाश ने भी अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों को आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसी किसी भी घटना की स्थिति में वे सीधे उनसे संपर्क कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि वे स्वयं मौके पर जाकर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.
प्रशासनिक निर्णय:
बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि फिलहाल इमरजेंसी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद रहेंगी, जबकि ओपीडी सेवाएं गुरुवार से दोबारा बहाल की जाएंगी.