सोहराब आलम/न्यूज 11 भारत
मोतिहारी/डेस्क: एक तरफ बिहार के डीजीपी पुलिस को पीपुल फ्रेंडली बनने की बात कर रहे है और लोगों के साथ बेहतर व्यवहार करने और सम्मान देने का निर्देश दे रहे हैं, वहीं, मोतिहारी के पिपरा कोठी थाना की पुलिस लोगों से तुम-तड़ाक और धमकी भरे लहजे में बात कर रही है. जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है. जीवधारा के किशनपुर के गांव वालों ने वीडिओ बनाकर डीजीपी कौ सौंपा है और न्याय की गुहार लगाई है.
इस सम्बंध में पीड़ित परिवार का आरोप है कि पिपरा कोठी थाने के सीईओ सुनील कुमार से मिलकर पिपरा कोठी थाने की पुलिस गांव के लोगों को परेशान कर रही है. उन्हें झूठे केस में फंसा कर जेल भेज दिया है. बताया जाता है कि जीवधारा के किशनपुर में अजय राय नामक व्यक्ति अपने निजी पोखरा पर छठ घाट का निर्माण कर रहा था. किसी विरोधी व्यक्ति ने इसकी सूचना पिपरा कोठी सीओ को दी. सीओ दलबल के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को कोर्ट में घसीटने और जेल भेजने की धमकी देने लगे. तस्वीरों में साफ देखा जा रहा है कि पिपरा कोठी के थाना प्रभारी कैसे लोगों को धमका रहे हैं और लोगों को भगा रहे हैं. थाना प्रभारी की इस करतूत का पूरी वीडियो गांव वालों ने मोबाइल में कैद कर लिया है और एसपी स्वर्ण प्रभात को भेज दिया है.
निश्चित तौर पर जमीनी विवाद को लेकर जिस तरह से अधिकारी और पदाधिकारी एकतरफा फैसला ले रहे हैं और लगातार लोगों के साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं. इससे आने वाले समय में किसी बड़ी घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है. इससे पहले पिपरा कोठी के सीईओ सुनील कुमार ने गांव के ही दो लोगों विजय कुमार और रितेश कुमार को बेवजह झूठे केस में फंसा कर जेल भेजा भी है. जिसके बाद गांव वाले काफी उग्र हो रहे हैं।