शयामानंद सिह/न्यूज11 भारत
भागलपुर/डेस्कः- भागलपुर जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान देश की रक्षा करते हुए नवगछिया के इस्माइलपुर भट्ठा गांव निवासी हवलदार संतोष यादव वीरगति को प्राप्त हो गए। गुरुवार को जब शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचा, तो पूरे इलाके में शोक और गर्व का मिला-जुला माहौल देखने को मिला शहीद की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। गांव की गलियां "भारत माता की जय" और "हवलदार संतोष यादव अमर रहें" जैसे नारों से गूंज उठीं। युवा तिरंगे के साथ बाइक और कारों के काफिले में शामिल होकर देश के इस वीर सपूत को अंतिम विदाई देने निकले। पूरा गांव एकजुट होकर देशभक्ति से सराबोर हो गया।शहीद के शव के गांव पहुंचने से पहले ही नवगछिया और आसपास के क्षेत्रों में लोग सड़क किनारे कतारबद्ध होकर उनका इंतजार कर रहे थे जैसे ही पार्थिव शरीर गांव की ओर बढ़ा, स्कूली बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हाथों में तिरंगा लिए नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि देने लगे। चारों ओर देशभक्ति के गीत बज रहे थे और माहौल पूरी तरह भावुक था शहीद संतोष यादव की शहादत पर उनके गांव को जहां गहरा दुख है, वहीं अपने लाल के बलिदान पर गर्व भी है। लोग एक ओर जहां रो रहे थे, वहीं दूसरी ओर यह भी कह रहे थे कि उनका बेटा देश के लिए शहीद हुआ है, इससे बड़ा गर्व और क्या हो सकता है अंतिम संस्कार में जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी, नवगछिया की पुलिस अधीक्षक प्रेरणा कुमार, एसडीओ, डीएसपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे उन्होंने शहीद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी साथ ही खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा के अलावे कई दिग्गज नेता भी मौजूद थे शहीद की पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य इस क्षति से बेहद टूट चुके हैं। उनकी पत्नी बार-बार बेहोश हो जा रही थीं उनके दर्द को देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम हो गईं हवलदार संतोष यादव एक अनुशासित और कर्तव्यनिष्ठ सैनिक थे सेना में उनकी सेवा को लेकर पूरे गांव को हमेशा गर्व रहा है वे हर छुट्टी पर गांव आते थे और युवाओं को सेना में जाने के लिए प्रेरित करते थे उनकी शहादत ने गांव के युवाओं में भी देशसेवा का जज्बा और बढ़ा दिया है इस मौके पर गांव के बुजुर्गों ने कहा कि संतोष यादव जैसे बेटे पर हर मां को गर्व होगा उन्होंने देश के लिए जो बलिदान दिया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता सरकार की ओर से शहीद को आर्थिक सहायता और परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया गया है साथ ही स्थानीय प्रशासन ने शहीद की स्मृति में गांव में स्मारक बनाने की बात भी कही है देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद हवलदार संतोष यादव को पूरा देश नमन करता है उनकी शहादत हमेशा याद रखी जाएगी.